आज दोपहर पहले 11 बजकर 27 मिनट से शुरु होकर अगले दिन सुबह 10 बजकर 38 मिनट पुनर्वसु नक्षत्र रहेगा
वसु को उप देवताओं के समान माना जाता है और वसु अपने आप में शुभता, उदारता, धन तथा सौभाग्य के स्वामी है | अर्थात् पुनर्वसु नक्षत्र का अर्थ है - पुन: धनी और सौभाग्यशाली होना |