कीजिये कर्नाटक के मुरुदेश्वर मंदिर के दर्शन
मान्यता है कि अमरता के लिए रावण शिव जी को प्रसन्न करके उनका आत्मलिंग लंका ले जा रहा था, लेकिन रास्ते में इस स्थान पर आत्मलिंग धरती पर रख दिए जाने के कारण वो स्थापित हो गया। गुस्से में रावण ने इसे नष्ट करने की कोशिश की।