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शनि प्रदोष व्रत: शनिदेव की उपासना से इच्छाओं की होगी पूर्ति

आज भाद्रपद शुक्ल पक्ष की उदया तिथि द्वादशी और शनिवार का दिन है। द्वादशी तिथि आज सुबह 6 बजकर 54 मिनट तक रहेगी। उसके बाद त्रयोदशी तिथि शुरु हो जायेगी। प्रत्येक महीने की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत करने का विधान है।