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सामुद्रिक शास्त्र: आज जानिए हॉरिजोनटल लाइनस के बारे में

ललाट पर स्थित विभिन्न रेखाओं का संबंध अलग-अलग ग्रह से होता है और ललाट पर प्रत्येक ग्रह का एक क्षेत्र निर्धारित होता है। ललाट के सबसे ऊपरी भाग में शनि क्षेत्र होता है और शनि क्षेत्र में मौजूद क्षैतिज रेखा को शनि रेखा कहते हैं।