हादसे के बाद CM योगी पहुंचे हाथरस, घायलों से मिले, कहा- सेवादारों की धक्कामुक्की की वजह से हुई घटना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाथरस पहुंचकर अस्पताल में घायलों से मुलाकात की। सत्संग के दौरान मची भगदड़ में अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 28 लोग गंभीर रूप से जख्मी है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाथरस पहुंचे हैं। यहां वह सत्संग के दौरान मची भगदड़ में जान गंवाने वालों के परिवार से मिल सकते हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाथरस पुलिस लाइन में हालात का जायजा लेने के बाद सरकारी अस्पताल में भगदड़ की घटना में घायलों से मुलाकात की। घायलों से उनका हालचाल जाना। सत्संग के दौरान मची भगदड़ में अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 28 लोग गंभीर रूप से जख्मी हैं। घायलों से मुलाकात के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम योगी ने कहा कि हाथरस में हुई घटना बेहद दर्दनाक है। उन्होंने कहा कि हादसे में 121 श्रद्धालुओं की मौत हुई है जिनमें से 115 लोग यूपी में से हैं और बाकी के 6 मृतक अन्य राज्यों से हैं।
घटना पर सीएम योगी ने क्या कहा?
सीएम योगी ने कहा कि श्रद्धालुओं की भीड़ ने बाबा को छूने की कोशिश की, और इसी दौरान सेवादारों की धक्कामुक्की की वजह से भगदड़ मच गई। घटना पर बोलते हुए सीएम योगी ने कहा, 'इस पूरी घटना की तह तक जाने के लिए शासन स्तर पर हमने कल भी व्यवस्था बनाई थी लेकिन हमारी प्राथमिकता राहत-बचाव कार्य थी। इस हादसे में 121 श्रद्धालुओं की मृत्यु हुई जो उत्तर प्रदेश के साथ-साथ हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश से जुड़े हुए थे। जांच के लिए आगरा ADG की अध्यक्षता में SIT गठित की गई है। इस हादसे की हाई कोर्ट के जज से न्यायिक जांच भी कराई जाएगी।' वहीं, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के बयानों पर निशाना साधते हुए सीएम योगी ने कहा कि वह चोरी और सीनाजोरी कर रहे हैं, कथावाचक के साथ उनकी तस्वीर भी सामने आई है।
राजनीति करने वालों पर साधा था निशाना
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर संवाददाताओं से कहा, "हमारी सरकार इस घटना की तह में जाकर साजिशकर्ताओं और जिम्मेदारों को उचित सजा देने का काम करेगी। राज्य सरकार इस पूरी घटना की जांच करा रही है। हम इसकी तह में जाएंगे और देखेंगे कि यह हादसा है या साजिश।" उन्होंने घटना पर राजनीति करने वाले दलों पर निशाना साधते हुए कहा, "इस प्रकार की घटना पर पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के बजाए राजनीति करना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है और निंदनीय भी। यह समय पीड़ितों के घावों पर मरहम लगाने का है, पीड़ितों के प्रति संवेदना का है। सरकार इस मामले में पहले से संवेदनशील है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।"
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