यूपीः चाची ने दो मासूम बच्चों की दे दी बलि, तंत्र-मंत्र के नाम पर जेठ का उजाड़ दिया परिवार
मुज़फ्फरनगर में एक महिला ने अपने ही परिवार के दो बच्चों की जान ले ली। भूत-प्रेत के चक्कर में महिला ने अपने भतीजे को मार डाला। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है।
मुज़फ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर जिले के खतौली थाना क्षेत्र गांव कैलावड़ा कलां में एक सप्ताह पहले हुई सात साल के बच्चे की हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। बच्चे की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसकी चाची ने की थी। पुलिस ने बच्चे की चाची और चाची की मां को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। तीसरे आरोपी कथित तांत्रिक की महिला ने एक तांत्रिक के कहने पर तंत्र-मंत्र के नाम पर बलि देने के लिए बच्चे को मार डाला था।
तांत्रिक के कहने पर दी बली
पुलिस के मुताबिक बच्चे की चाची पर कथित तौर पर बाहरी आत्मा (भूतिया साया) का साया था जिसे दूर करने के लिए एक कथित तांत्रिक के कहने पर एक महीने पहले मृतक बच्चे के छोटे भाई की गला दबाकर हत्या कर डाली थी। लेकिन प्रेतात्मा का साया दूर नहीं होने पर तांत्रिक ने एक और बच्चे की बलि देने की सलाह दी। इस पर महिला ने बिना संकोच किये अपने भतीजे केशव को भी मौत के घाट उतार दिया।
17 मई को बच्चे का मिला था शव
मिली जानकारी के अनुसार, गांव कैलावड़ा कलां में तेजपाल के सात वर्षीय पुत्र का शव 17 मई को उसी के घर में संदूक के नीचे पड़ा मिला था। इस मामले में चार दिन से पुलिस कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी। मृतक की मां सीमा ने अपनी देवरानी अंकिता पर केशव का गला घोंटकर उसकी हत्या करने का शक जताया था। जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी। मृतक बच्चे की मां का आरोप था कि मकान में अंकिता और उसका पुत्र केशव ही थे।
शक के आधार पर आगे बढ़ी जांच
एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापति ने बताया कि 17 मई को खतौली थाना क्षेत्र के गांव कैलावड़ा में घर में खेल रहे 7 वर्षीय बच्चे केशव की संदिग्ध अवस्था में घर में ही लाश मिली थी। पुलिस मामले की जांच कर रही थी पता चला कि एक महीने पहले भी केशव के छोटे भाई की भी इसी तरह घर में खेलते समय लाश मिली थी। उस समय परिजनों से पुलिस को सूचना दिए बगैर बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया था। केशव की हत्या के मामले में जब पुलिस मृतक बच्चे की घर पर जांच कर रही थी तो बच्चे की डेडबॉडी के पास एक पोटली भी मिली थी। जिसमें चावल, हल्दी और एक पर्ची मिली थी जिस पर मन्त्र उच्चारण लिखे हुए थे।
परिवार के लोगों ने ही खोली पोल
पुलिस ने घर वालो से जब पूछताछ की तो पता चला कि जो मृतक बच्चा है उसकी चाची अंकिता पर भूतिया साया है और कई महीनों से अंकिता की तबियत भी ख़राब चल रही थी। अंकिता ने ऊपरी साये को भगाने के लिए अपनी मां के साथ किसी तांत्रिक से सम्पर्क किया तो तांत्रिक ने बताया कि अंकिता के ऊपर इसकी ताऊ की लड़की कोमल का साया है। जिसकी दो साल पहले मौत हो गयी थी। कोमल के आत्मा को दूर करने के लिए तांत्रिक ने बताया की आपको किसी बच्चे की बलि देनी पड़ेगी। जिस पर अंकिता ने एक महीने पहले मृतक केशव के छोटे भाई को भी मौका देख कर हत्या कर दी थी। लेकिन इसके बाद भी जब कोमल का साया दूर नहीं हुआ तो एक बार फिर तांत्रिक के कहने पर अंकिता ने अपनी मां के साथ मिलकर अपनी जेठानी के 7 वर्षीय बच्चे केशव की भी गाला दबाकर हत्या कर डाली।
रिपोर्ट- योगेश त्यागी