उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग अयोध्या का नाम लेने में संकोच करते थे, अब वे भी कहते हैं कि निमंत्रण मिलेगा तो हम जाएंगे। देश के पहले बालिका सैन्य विद्यालय का सोमवार को वृंदावन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ लोकार्पण करने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘जो लोग अयोध्या का नाम लेने और वहां जाने से संकोच करते थे, वह अब कह रहे हैं कि हमें निमंत्रण नहीं मिला, निमंत्रण मिलेगा तो हम भी जाएंगे ।’’
उन्होंने यह भी कहा, ‘‘डबल इंजन (केन्द्र व राज्य) की सरकार में यही सबसे बड़ा परिवर्तन है। आप यदि अपनी ताकत का एहसास कराएंगे, तो लोग खुद-ब-खुद आपसे जुड़ेंगे।’’ योगी ने यहां वृन्दावन में वात्सल्य ग्राम की संस्थापक साध्वी ऋतंभरा के ‘षष्ठीपूर्ति समारोह’ में सम्मिलित होने आए थे। योगी ने कहा कि आप जहां हैं, आपका दायित्व कुछ भी हो सकता है, परंतु सब मिलकर कार्य करें, तो भारत किसी से पीछे नहीं रहेगा।
उद्धव-राउत पर बरसे अयोध्या मंदिर के पुजारी
वहीं, आपको बता दें कि अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर के उद्घाटन समारोह से पहले निमंत्रण को लेकर जारी विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। इस विवाद में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास भी खुलकर सामने आ गए हैं। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को मंदिर के भव्य अभिषेक के लिए निमंत्रण सिर्फ उन लोगों को ही दिया गया है, जो भगवान राम के भक्त हैं। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे की उस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम के लिए निमंत्रण नहीं मिला है।
बीजेपी भगवान राम के नाम पर लड़ रही?
आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा, "निमंत्रण सिर्फ उन लोगों को दिया गया है, जो भगवान राम के भक्त हैं। यह कहना बिल्कुल गलत है कि बीजेपी भगवान राम के नाम पर लड़ रही है। हमारे प्रधानमंत्री का हर जगह सम्मान किया जाता है और उन्होंने अपने कार्यकाल में बहुत सारे काम किए हैं। यह राजनीति नहीं है, यह उनकी भक्ति है।" आचार्य सत्येंद्र दास ने शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत की उस टिप्पणी पर भी निशाना साधा, जिसमें उन्होंने कहा था कि अब केवल एक ही चीज बची है, बीजेपी भगवान राम को अपना उम्मीदवार घोषित करे।"
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