हाथरस: यूपी के हाथरस में मंगलवार को सत्संग के दौरान बड़ा हादसा हो गया। यहां मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हैं। ये कार्यक्रम नारायण साकार विश्व हरि के नाम से प्रसिद्ध भोले बाबा का था, जिसमें लाखों की संख्या में भक्तों की भीड़ जुटी थी।
कौन है वो बाबा, जिसके सत्संग में हुआ हादसा
जिस नारायण हरि के कार्यक्रम में ये हादसा हुआ, वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के एटा जिले के बहादुर नगरी गांव के रहने वाले हैं। उनकी शिक्षा दीक्षा यहीं हुई है। पढ़ाई खत्म करने के बाद उन्होंने आईबी यानी गुप्तचर विभाग की नौकरी कर ली और काफी समय तक नौकरी में रहे, फिर उनका ध्यान आध्यात्म में रम गया। आध्यात्मिक जीवन में आने के बाद उन्होंने अपना नाम भी बदल लिया और अपने भक्तों के बीच नारायण साकार हरि के नाम से जाने जाने लगे।
नारायण साकार हरि अन्य धार्मिक बाबाओं की तरफ गेरुआ कपड़ों या कोई अलग पोशाक में नजर नहीं आते हैं। नारायण हरि अक्सर सफेद सूट, टाई और जूते पहने रहते हैं तो कई बार कुर्ता-पायजामा भी पहने दिखाई देते हैं। साकार हरि खुद बताते हैं कि नौकरी के दिनों में उनका मन बार-बार आध्यात्म की तरफ भागता था, इसीलिए उन्होंने निस्वार्थ भाव से सेवा कार्य शुरू कर दिया। साकार हरि ने बताया कि 1990 के दशक में उन्होंने अपनी सरकारी नौकरी से इस्तीफा दे दिया था। उनके समागम या सत्संग में जो भी दान, दक्षिणा, चढ़ावा आता है, वे उसे अपने पास नहीं रखते, भक्तों के लिए खर्च कर देते हैं।
सामने आया कासगंज के बहादुर नगर वाले आश्रम का वीडियो
बाबा के आश्रमों की बात करें तो वह काफी भव्य बने हुए हैं, जिनकी कीमत करोड़ों में है। बाबा के यूपी के कासगंज स्थित एक आश्रम का वीडियो भी सामने आया है। ये वीडियो बहादुर नगर वाले आश्रम का है, जिसमें देखा जा सकता है कि आश्रम कितनी बड़ी जगह पर बना हुआ है।
आश्रम को सफेद कलर से पेंट किया गया है और आश्रम के चारों तरफ एक ऊंची बाउंड्री बनाई गई है। आश्रम के गेट से अंदर घुसते ही एक बहुत बड़ा आंगन है। जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोग बैठ सकते हैं और छोटे-मोटे कार्यक्रमों को यहां किया जा सकता है।