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Hindi News उत्तर प्रदेश Varanasi Shiv Baraat: काशी में खास होगी शिव बारात, G20 देशों के राष्ट्राध्यक्ष होंगे शामिल, जानें टाइमिंग

Varanasi Shiv Baraat: काशी में खास होगी शिव बारात, G20 देशों के राष्ट्राध्यक्ष होंगे शामिल, जानें टाइमिंग

इस खास दिन पर G20 के विदेशी मेहमान भी शामिल होंगे। यह शिव बारात G20 स्पेशल होगा। इसे काशी कार्निवल कहा जा रहा है। यह बारात शनिवार यानी 18 फरवरी की सुबह 7.30 बजे निकलेगा और रात 12 बजे तक यह यात्रा जयमाल रस्म के साथ ही खत्म होगी।

Varanasi Shiv Baraat Shiv procession will be special in Kashi heads of G20 countries will be involve- India TV Hindi Image Source : SOURCE/PIEDPIPERLKO काशी की शिव बारात होगी खास

Varanasi Shiv Baraat: महाशिवरात्री का महापर्व 18 फरवरी को है। इस दिन को खास बनाने के लिए काशी यानी वाराणसी में इस बार शिव बारात अनोखी होने वाली है। इस खास दिन पर G20 के विदेशी मेहमान भी शामिल होंगे। यह शिव बारात G20 स्पेशल होगा। इसे काशी कार्निवल कहा जा रहा है। यह बारात शनिवार यानी 18 फरवरी की सुबह 7.30 बजे निकलेगा और रात 12 बजे तक यह यात्रा जयमाल रस्म के साथ ही खत्म होगी। बता दें कि इस बारात की झांकी पूरी दुनिया के लिए लाइव प्रसारित की जाएगी। 

शिव की बारात होगी अनोखी

काशी के शिव बारात को लाइव प्रसारित करने के लिए अलग अलग सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स यानी फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर एक पेज बनाया गया है। बता दें कि इस दौरान पहली बार शिव बाराती मसाने के साथ बरसाने की होली खेलेंगे। इस दौरान काशी में करीब 4-5 लाख श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। वहीं इस दौरान 100 से ज्यादा झांकियां निकाली जाएगी। शिव बारात में हर प्रकार के जीव जंतु, सांधु, संत, ढोल, नगाड़े, साध्वी, शायर, प्रोफेसर, संगीतकार, कथाकार, हाथी-घोड़े, सपेरे इत्यादि सभी शामिल होंगे। 

शिव बारात की जानकारी

वाराणसी में हर साल महाशिवरात्री के दिन शिव बारात निकाली जाती है। इस दौरान यह बारात महामृत्युंजय महादेव और तिल भांडेश्वर मंदिर से सुबह साढ़े 7.30 बजे निकलेगी। इसके बाद यह बारात मैदागिन, चौक, गौदोलिया होते हुए चितरंजन पार्क जाएगी। यहां से बारात को पहुंचने में 12 बज जाएगा। इसी बीच मसाने और बरसाने की होली भी खेली जाएगी। 

G20 के राष्ट्राध्यक्ष होंगे शामिल

काशी की महाशिवरात्री इस दौरान इसलिए भी खास है क्योंकि इसमें G20 देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी शामिल होंगे। इस बार 8-10 लाख शिव बारातियों में जी20 देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी शामिल होंगे। यानी कि वे आम शिव बारातियों की ही तरह मुखौटा और परिधान पहनकर सड़कों पर शिव बारात का भाग बनेंगे।