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Hindi News उत्तर प्रदेश वाराणसी में भारी बारिश के बाद सड़कों पर भरा पानी, अखिलेश यादव ने क्योटो से तुलना कर कसा तंज

वाराणसी में भारी बारिश के बाद सड़कों पर भरा पानी, अखिलेश यादव ने क्योटो से तुलना कर कसा तंज

भारी बारिश के चलते वाराणसी में हुए जलजमाव पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने जापान के क्योटो शहर का जिक्र करते हुए तंज कसा है।

Akhilesh yadav, Samajwadi party- India TV Hindi Image Source : FILE अखिलेश यादव, समाजवादी पार्टी

Varanasi Rain: वाराणसी में मानसून की भारी बारिश के बाद कई इलाकों में पानी भर गया। यहां आज सुबह से ही बारिश हो रही है। भारी बारिश के चलते कई जगहों पर सड़कों पर भी पानी भर गया है। जल जमाव के चलते आवागमन में भी परेशानी हो रही है। सड़कें पानी से लबालब नजर आ रही हैं। ऐसे में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने जापान के क्योटो शहर का उल्लेख करते हुए वाराणसी से सांसद पीएम मोदी पर तंज कसा है।

'प्रधान संसदीय क्षेत्र में क्योटो डुबकी लगाता है'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार वाराणसी से सांसद चुने गए हैं। उन्होंने काशी को जापान के क्योटो शहर के समकक्ष बनाने की पहल की थी। इसी क्रम में वाराणसी में 2014 के बाद विकास के कार्य शुरू हुए थे। लेकिन आज भारी बारिश के बाद वाराणसी की सड़कों पर जलजमाव हुआ तो समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव तंज कसने से नहीं चूके। झमाझम बारिश में डूबी सड़कों की तस्वीर के साथ उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, यहां पर इतिहास इसी तरह हर बार दोहराता है, प्रधान संसदीय क्षेत्र में क्योटो डुबकी लगाता है।

सुबह से हो रही बारिश

बता दें कि वाराणसी में सुबह से ही भारी बारिश जारी है। शहरी इलाके शिवपुर, नदेसर, कैंटोनमेंट आदि इलाके में बारिश से जल जमाव के हालात हो गए हैं। सड़कों पर पानी भरने से लोगों को आने-जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कई इलाकों में जल जमाव के चलते ट्रैफिक जाम के हालात बने हुए हैं।

सीएम योगी ने अधिकारियों को दिए निर्देश

उधर, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी भारी बारिश, जलजमाव और बाढ़ को लेकर अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं।  उन्होंने कहा है कि अति वर्षा के चलते जमाव के हालात का तत्काल समाधान निकाला जाए। साथ ही नेपाल की तरफ से आनेवाली नदियों में ज्यादा पानी के चलते जिन इलाकों में पानी भर गया है उन इलाकों के लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने और राशन की पर्याप्त व्यवस्था की जाए।