लखनऊ: PGI अस्पताल में लगी आग का CM योगी ने लिया संज्ञान, 2 की मौत, कई लोगों के झुलसने की सूचना
आग लगने की सूचना पाकर मौके पर पहुंची दमकल की कई गाड़ियां आग बुझाने में जुटी हुई हैं। आग लगने से पीजीआई अस्पताल के ओटी में काफी धुआं भरा हुआ है।
लखनऊ: लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई अस्पताल में सोमवार को अचानक से आग लग गई। जानकारी के अनुसार, आग अस्पताल के पुराने ओपीडी भवन में लगी है। बताया जा रहा है कि यहां एक वेंटिलेटर फट गया, जिसके बाद आग ने भयानक रूप धारण कर लिया। आग लगते ही मौके पर भगदड़ मच गई। अभी तक इस आगे से दो लोगों के गंभीर रूप से झुलसने की जानकारी सामने आई है। पूरे अस्पताल को खाली करा लिया गया है। मौकेपर आधा दर्जन से अधिक फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी मौजूद हैं।
सीएम योगी ने लिया घटना का संज्ञान
सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के एसजीपीजीआई में लगी आग की घटना का संज्ञान लिया है। सीएम ने वरिष्ठ अधिकारियों और फायर बिग्रेड की टीमों को मौके पर पहुंचकर तेजी से राहत कार्य करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाने और उचित उपचार देने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने दी जानकारी
बता दें कि लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में आग लगने के मामले में एक महिला और एक बच्चे की मौत भी हो गई है। यूपी में उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि लखनऊ पीजीआई की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। इस मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। आग किन कारणों से लगी, कैसे लगी इन सभी मामलों की बिंदुवार जांच की जाएगी। इस घटना में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि हम पूरी तरह से पीड़ित परिवार के साथ हैं। हर स्थिति में इसमें न्याय मिलेगा। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ हम कड़ी कार्रवाई करेंगे।
दो लोगों की हुई मौत
बता दें कि PGI आग हादसे में एक महिला और तीन महीने के एक बच्चे की मौत हो गई है। आग लगने की घटना पीजीआई के OT1 में दोपहर 12 बजकर 40 मिनट पर स्पार्क होने की वजह से लगी। इसके बाद आग पूरे परिसर में फैल गई। आनन-फानन में सभी मरीजों को पोस्ट ऑपरेटिव आईसीयू में शिफ्ट किया गया। इस घटना में एक महिला जिसकी एन्डोसर्जरी ओटी में चल रही थी, जिसे बचाया नहीं जा सका। साथ ही एक बच्चे की हार्ट सर्जरी की जा रही थी, उसे भी नहीं बचाया जा सका।
यह भी पढ़ें-