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Hindi News उत्तर प्रदेश यूपी: गाजियाबाद में ट्रेन की चपेट में आने से ट्रैकमैन की मौत, रेलवे कर्मचारियों ने किया विरोध प्रदर्शन

यूपी: गाजियाबाद में ट्रेन की चपेट में आने से ट्रैकमैन की मौत, रेलवे कर्मचारियों ने किया विरोध प्रदर्शन

गाजियाबाद में एक ट्रैकमेन की मौत से हड़कंप मच गया है। रेलवे कर्मचारियों ने मोर्चा खोल दिया है और विरोध प्रदर्शन किया है। इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही पर भी असर पड़ा है।

Ghaziabad- India TV Hindi Image Source : INDIA TV गाजियाबाद में एक ट्रैकमेन की मौत के बाद हंगामा

गाजियाबाद: यूपी के गाजियाबाद में एक ट्रैकमैन की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई है। इस घटना से गुस्साए रेलवे कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है और इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है।

क्या है पूरा मामला?

गाजियाबाद में एक ट्रैकमैन ट्रेन की चपेट में आ गया, जिसके बाद रेलवे कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। रेलवे कर्मचारियों ने यह आरोप लगाते हुए दोनों ट्रैक पर ट्रेनों की आवाजाही रोक दी कि लोको पायलट, ट्रैक पर सावधानी का पालन करने में विफल रहा है, जिसके कारण उन्होंने अपने सहकर्मी को खो दिया है।

हालांकि डीआरएम मौके पर पहुंचे हैं और रेल यातायात अब बहाल कर दिया गया है। हालांकि इस घटना से इस रूट में ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है। 

ट्रैकमैन की मौत के बाद रेलवे ट्रैक पर सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई और भारतीय रेलवे के प्रति लोग अपनी नाराजगी जाहिर करने लगे। ऐसे में फंसी हुई ट्रेनों के यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा। हालात ये हो गए कि दिल्ली आने वाली सभी ट्रेनों को गाजियाबाद में ही रोक दिया गया और गाजियाबाद रेवले स्टेशन पर जमकर बवाल हुआ। इस दौरान वंदे भारत और राजधानी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों को भी ट्रैक पर खड़ा होना पड़ा और इंतजार करना पड़ा। 

बता दें कि अक्तूबर महीने की शुरुआत में सीएम योगी आदित्यनाथ ने एडीजी स्तर के अधिकारियों संग विशेष बैठक की थी। इस दौरान हर इकाई के कार्यों की समीक्षा की गई थी। इसमें यह चर्चा भी हुई थी कि हालही के दिनों में रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर, रॉड आदि चीजें मिली हैं। इसी तरह ट्रेनों पर पत्थर फेंके जाने की घटनाएं भी हुई हैं। यह चिंताजनक है। इसके लिए जीआरपी, आरपीएफ, रेलवे प्रशासन और सिविल पुलिस को मिलकर काम करने की आवश्यकता है। लोकल इंटेलिजेंस को और मजबूत किया जाना चाहिए।

(इनपुट: अनामिका गौड़)