A
Hindi News उत्तर प्रदेश यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में दो आरोपी गिरफ्तार, STF ने लखनऊ से किया अरेस्ट

यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में दो आरोपी गिरफ्तार, STF ने लखनऊ से किया अरेस्ट

यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने 2 आरोपी गिरफ्तार किए हैं। पकड़े गए आरोपियों के पास से 32 वर्क कागजात (प्रवेश पत्र, परीक्षा के संबंध) में दस्तावेज बरामद। UP STF ने आरोपियों को लखनऊ के विभूतिखंड इलाके से अरेस्ट किया।

यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में दो आरोपी गिरफ्तार- India TV Hindi Image Source : PEXELS यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में दो आरोपी गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में यूपी एसटीएफ ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। यूपी एसटीएफ ने 17 और 18 फरवरी 2024 को आयोजित की गई आरक्षी पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा में सेंधमारी कर पेपर आउट कराने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों के नाम क्रमश: अजय सिंह और सोनू सिंह यादव हैं। दोनों आरोपी प्रयागराज के रहने वाले हैं। अजय सिंह चौहान तेज प्रताप सिंह चैहान प्रयागराज के फाजिलपुर का निवासी है। वहीं, सोनू सिंह यादव पुत्र गुलाब सिंह यादव प्रयागराज के करौंजा गांव की निवासी है। 

विभूतिखंड इलाके से किया अरेस्ट

पुलिस को मुखबिरों से सूचना मिली कि माफिया गिरोह के दो सदस्य जो  17 और 18 फरवरी 2024 को हुई उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के पेपर आउट में शामिल थे, वे कहीं भागने की फिराक में हैं। इस सूचना के मिलते ही उप निरीक्षक हरीश सिंह चैहान के नेतृत्व में टीम ने दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। यूपी STF दोनों आरोपियों को लखनऊ के विभूतिखंड इलाके से अरेस्ट किया गया है। इन दोरों के पास से 2 अदद मोबाइल फोन, 32 वर्क कागजात (प्रवेश पत्र, परीक्षा के सम्बंध मे वार्ता व अन्य) आदि चीजें बरामद हुईं। STF ने विभूतिखंड थाना में आरोपियों को दाखिल किया और कार्रवाई शुरू की।

'हम पेपर पलब्ध कराने के लिए मोटी रकम वसूलते'

पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार अभियुक्त अजय सिंह उपरोक्त ने पूछताछ पर बताया कि हम लोगों का एक गिरोह है, जो प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल कराने एवं साल्वर बैठाने का काम करता है। इस गिरोह में सोनू, राजन यादव व सुशील भारती शामिल है। ये सभी प्रयागराजल जिले से ही हैं। उसने बताया कि हम लोग अभ्यर्थियों को परीक्षा से पहले पेपर उपलब्ध कराने के लिए मोटी रकम वसूलते हैं, तथा पैसा इकट्ठा करके सक्रिय गिरोहों के माध्यम से परीक्षा का पेपर प्राप्त करके अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराते हैं।

ये भी पढ़ें- भारत और चीन के बीच कौन सी सीमा रेखा है?