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Hindi News उत्तर प्रदेश शाइस्ता और आयशा नूरी को लेकर पुलिस का बड़ा खुलासा-काफी शातिर हैं ननद-भाभी, दोनों का एक ही है मकसद

शाइस्ता और आयशा नूरी को लेकर पुलिस का बड़ा खुलासा-काफी शातिर हैं ननद-भाभी, दोनों का एक ही है मकसद

माफिया अतीक अहमद की हत्या के पहले से उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन और बहन आयशा नूरी फरार हैं। पुलिस ने दोनों फरार महिलाओं को लेकर बड़ा खुलासा किया है। दोनों बहुत ही शातिर हैं।

Shaista parween and ayesha noori- India TV Hindi शाइस्ता परवीन और आयशा नूरी को लेकर खुलासा

उत्तर प्रदेश: माफिया अतीक अहमद अब मिट्टी में मिल चुका है लेकिन उसकी पत्नी और बहन अबतक पुलिस को चकमा दे रही हैं। दोनों ननद-भाभी काफी शातिर हैं और यूपी पुलिस की 10 टीमें दोनों की दिन-रात तलाश कर रही है। दोनों को लेकर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है और बताया है कि दोनों मोबाइल से दूर रह रही हैं, मैन-टू-मैन मिलती हैं। दोनों बुर्के में रहती हैं और दोनों का एक ही मकसद है अतीक के काले साम्राज्य को बचाना। 

मोबाइल से दूर रह रहीं हैं शाइस्ता और आयशा

पुलिस अधिकारियों का दावा है कि जल्द ही शाइस्ता और आयशा उनके गिरफ्त में होंगी। लेकिन, सवाल यह उठता है कि पिछले कई दिनों से प्रयागराज और कौशांबी के कछार के इलाके में लगातार पुलिस दबिश दे रही है। फिर भी शाइस्ता परवीन और आयशा नूरी पुलिस के गिरफ्त से बाहर है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक शाइस्ता और आयशा दोनों काफी शातिर हैं और मोबाइल फोन का बिल्कुल इस्तेमाल नहीं कर रही है।

शाइस्ता और आयशा का है एक ही मकसद

दोनों ननद-भाभी  ऐसे किसी शख्स से मुलाकात नहीं कर रही हैं जो टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करता हो। वह केवल मैन टू मैन बातचीत कर रही हैं और अपने करीबियों को मैसेज पहुंचा रही हैं। शाइस्ता और आयशा दोनों हमेशा बुर्के में रहती हैं और कई बुर्के वाली महिलाएं उनके इर्द-गिर्द हमेशा रहती हैं। शाइस्ता परवीन और ननद आयशा नूरी दोनों इस वक्त कोशिश में है कि अतीक अहमद के काले साम्राज्य की अवैध कमाई को किसी भी तरीके से समेटा जाए क्योंकि जिन लोगों के पास अतीक अहमद की काली कमाई थी वह देने से इनकार ना कर दे, कुछ लोग अतीक का पैसा भी मारना चाहते हैं, ऐसे में शाइस्ता परवीन अपने रसूख का इस्तेमाल करके उन सारे पैसे को समेटना चाहती हैं इसलिए गिरफ़्तारी से और ज्यादा बच रही है।

बार-बार बदल रहीं हैं लोकेशन

प्रयागराज और कौशांबी के इलाकों में गद्दी समाज के बहुत से परिवार रहते हैं। बताया जा रहा था इन्हीं लोगों को अतीक अहमद करैली इलाके में जो नई सोसाइटी बना रहा था इन्हीं लोगों को बहुत ही कम दाम में बसाने वाला था। नदी के किनारे रहने वाले गद्दी समाज के लोगों का मानना है कि अतीक अहमद उनका रहनुमा था इसलिए वह शाइस्ता और आयशा दोनों को छिपने में मदद कर रहे हैं। पुलिस के पास सटीक इंफॉर्मेशन नहीं पहुंच पा रही है।

जल्द पुलिस की गिरफ्त में होंगी शाइस्ता और नूरी

शाइस्ता और आयशा की इन्फार्मेशन जब तक पुलिस के पास पहुंचती है तब तक शाइस्ता और आयशा अपना लोकेशन बदल दी होती हैं और फिर पुलिस के हाथ खाली के खाली रह जाते हैं। सूत्रों के मुताबिक मंगलवार देर रात पुलिस ने कई बुर्के वाली महिलाएं और पुरुषों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की थी लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया है। यूपी एसटीएफ के बड़े अधिकारियों और प्रयागराज पुलिस के लोकल यूनिट के मुताबिक जल्दी शाइस्ता और आयशा उनके गिरफ्त में होगी।