जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में आगरा के सपूत कैप्टन शुभम गुप्ता शहीद हुए हैं। आज यूपी सरकार के मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने शहीद कैप्टन के माता पिता को 50 लाख रुपये का चेक सौंपा है। 25 लाख रुपये पिता के नाम और 25 लाख रुपये माता के नाम से यह चेक दिया गया है। इसके अलावा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। वहीं, आपको बता दें कि शुभम गुप्ता के शहीद होने की खबर सुनते ही उनके घर में कोहराम मच गया। परिवार शोक में डूबा हुआ है। शुभम से दिवाली पर परिवार के लोगों ने वीडियो कॉल पर बात की थी। तब उन्होंने अगले सप्ताह आने की बात कही थी। अभी 6 माह पहले शुभम आगरा आए थे। परिवार के साथ आगरा में शुभम ने अपना 26 वां जन्मदिन मनाया था।
ताजनगरी में शोक की लहर
ताजनगरी में फेस 1 प्रतीक एन्क्लेव के रहने वाले बसंत गुप्ता डीजीसी क्राइम के शासकीय अधिवक्ता है। उनके बेटे शुभम गुप्ता 9 पैरा स्पेशल फोर्स में कैप्टन थे। शुभम का चयन वर्ष 2015 में हुआ था। हाईस्कूल की परीक्षा पास के करने के बाद से शुभम सेना में जाने की तैयारियों में जुट गए थे। परिवार के सदस्यों ने बताया कि बुधवार की शाम करीब 4 बजे उन्हें फोन आया कि राजौरी मुठभेड़ में शुभम घायल हो गए हैं। इसकी सूचना पाते ही शुभम के भाई ऋषभ गाड़ी लेकर जम्मू के लिए निकल गए थे। रास्ते में शुभम के शहीद होने की सूचना मिल गई। पिता बसंत गुप्ता शुभम की शादी की तैयारियां कर रहे थे।
Image Source : INDIA TVअपने परिवार के साथ शुभम गुप्ता (फाइल फोटो)
इस कठिन घड़ी में बसंत गुप्ता से मिलने और उन्हें सांत्वना देने के लिए रात से ही सैकड़ो लोगों का उनके घर पर आवागमन जारी है। सांसद, विधायक, नेताओं से लेकर आम जन तक शहीद शुभम गुप्ता को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंच रहे हैं।
शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि
आतंकियों से मुकाबला करते हुए अपनी जान न्योछावर करने वाले ये जवान कर्नाटक के मंगलोर के निवासी कैप्टन एम वी प्रांजल (63 राष्ट्रीय राइफल्स), उत्तर प्रदेश के आगरा के निवासी कैप्टन शुभम गुप्ता (9 पैरा), जम्मू-कश्मीर के पुंछ के निवासी हवलदार अब्दुल माजिद, उत्तराखंड के नैनीताल रहने वाले लांस नायक संजय बिष्ट और उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के पैराट्रूपर सचिन लौर हैं।
तिरंगे में लिपटे, सेना के शहीद जवानों के पार्थिव शरीरों को अंतिम संस्कार के लिए जम्मू से उनके पैतृक स्थानों पर हवाई मार्ग से ले जाया जाएगा। दरमसाल के बाजीमल इलाके में बुधवार और बृहस्पतिवार को सुरक्षा बलों के साथ 36 घंटे तक चली मुठभेड़ में अफगानिस्तान में प्रशिक्षित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के एक शीर्ष कमांडर सहित दो आतंकवादी मारे गये। इस दौरान दो कैप्टन सहित पांच सैनिक भी शहीद हो गये। केंद्र शासित प्रदेश के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा, सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, सेना के अधिकारियों और पुलिस ने शुक्रवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
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