UP News: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अतिवृष्टि और प्रकृति का अतिदोहन एक बड़ी चुनौती है, इससे हमें निपटना होगा। सीएम योगी ने कहा कि क्लाइमेट चेंज आज के समय में बड़ी चुनौती है, इसका सबसे बड़ा खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। सीएम योगी ने कहा कि पिछले साल असमय अतिवृष्टि को हमने देखा हे, प्रकृति के अतिदोहन के दुष्परिणाम सामने आ रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित दो दिवसीय नेशनल क्लाइमेट कॉन्क्लेव-2023 के उद्घाटन कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे।
सीएम ने कहा कि विगत साल हमने असमय अतिवृष्टि को देखा है। बीते 25 साल के सार्वजनिक जीवन में मैंने कभी नहीं देखा कि अक्टूबर में बाढ़ आई हो। किसान को जब पानी की जरूरत है तो बारिश नहीं होती और फसल काटते वक्त असमय बरसात पूरी मेहनत पर पानी फेर देती है। यह प्रकृति के अतिदोहन के दुष्परिणाम हैं।
‘गोमाता की रक्षा और विषमुक्त खेती का अभियान हमने शुरू किया‘
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में डीजल और पेट्रोल की गाडियों को धीरे धीरे सड़क से हटाकर ई व्हीकल और ग्रीन इनर्जी को प्रमोट करने का कार्य हो रहा है। यूपी आज सबसे ज्यादा एथनॉल उत्पादन कर रहा है। प्रदेश में खेती को विषमुक्त करने का अभिनव कार्य प्रारंभ हुआ है। यूपी में हम प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रहे हैं। गोमाता की रक्षा के साथ गो आधारित खेती के जरिए विषमुक्त खेती का अभियान शुरू किया। गंगा तटवर्ती 27 जिलों और बुंदेलखंड में 1.30 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हम जैविक और प्राकृतिक खेती कर रहे हैं।
क्लाइमेट चेंज दुनिया के सामने सबसे बड़ी चुनौतीः सीएम योगी
सीएम ने कहा कि क्लाइमेट चेंज आज दुनिया के सामने एक बड़ी चुनौती है। भारत की परंपरा सदैव से पर्यावरण हितैषी रही है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि दुनिया के सबसे प्राचीन ग्रंथ में वेदों में अथर्ववेद का एक सूक्त हमें धरती के प्रति अगाध निष्ठा के साथ जोड़ने का प्रयास करता है। इसके अनुसार धरती हमारी माता है और हम सब इसके पुत्र हैं। संपूर्ण जीव सृष्टि में प्रकृति प्रदत्त मां के प्रति दायित्व का दर्शन होता है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ विकास आज की आवश्यकता है, तो पर्यावरण और प्रकृति के प्रति दायित्वों से भी हम मुक्त नहीं हो सकते। मनुष्य ने अपने स्वार्थों की पूर्ति के लिए प्रकृति का अतिदोहन कर जिन दुष्परिणामों को आमंत्रित किया है, आज हम सब उसके भुक्तभोगी बन रहे हैं।
पीएम मोदी के बताए मार्ग पर चल रहा यूपी
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत पूरी दुनिया को पर्यावरण संरक्षण की नई राह दिखाने का कार्य कर रहा है। उत्तर प्रदेश में लगातार इस दिशा में कार्य हो रहे हैं। आगामी जुलाई माह में प्रदेशभर में 35 करोड़ पौधरोपण किया जाएगा।
यूपी में कई पेड़ ऐसे, जिसके नीचे बैठकर तैयार हुई आजादी की रणनीति
सीएम ने कहा कि 2017 में जब हमें सरकार बनाने का अवसर प्राप्त हुआ तब पहले वर्ष हमने 5 करोड़, फिर 10 करोड़ पौधरोपण किया। विगत 6 साल में यूपी में 133 करेाड़ पौधरोपण का कार्य किया गया है। आज यूपी में आम नागरिकों में पर्यावरण संरक्षण का भाव पैदा हुआ है। आज हम 100 साल से पुराने वृक्षों को विरासत वृक्ष के रूप में मान्यता देकर उनका संरक्षण कर रहे हैं। प्रदेश में ऐसे कई वृक्ष हैं, जिनके नीचे बैठकर क्रांतिकारियों ने देश की आजादी की रणनीति तय की।