अमेठी में घर बनवाने वाली पहली सांसद बनीं स्मृति ईरानी, मकान में रामलला दरबार और कॉन्फ्रेंस रूम भी
राजनीतिक विश्लेषक कहते हैं कि स्मृति ईरानी ने अमेठी में आवास बनाकर एक बड़ा राजनीतिक संदेश दिया है। गांधी परिवार की परंपरागत सीट होने के बावजूद उनका यहां पर कोई घर नहीं है। ऐसे में उन्होंने अपने को अमेठी से लगाव होने का भी दावा मजबूत किया है।
अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी ने लोकसभा चुनाव के पहले यहां अपना घर बनवाकर बड़ा सियासी संदेश देने की कोशिश की है। गुरुवार को अपने पति जुबिन ईरानी के साथ स्मृति ईरानी ने विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर गृह-प्रवेश किया। वहीं, वैदिक मंत्रों के साथ स्मृति ने सिर पर कलश रखकर घर के अंदर प्रवेश किया। राजनीतिक जानकर बताते हैं कि केंद्रीय मंत्री ने 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी की जनता से वादा किया था कि अगर वह यहां की सांसद बनेंगी तो अमेठी की जनता को सांसद से मिलने के लिए दिल्ली नहीं जाना पड़ेगा। उसी वादे को पूरा करते हुए स्मृति ईरानी ने अपने संसदीय क्षेत्र में घर बनवा लिया और उसमें विधि-विधान से गृह प्रवेश किया।
स्मृति ने एक्स पर लिखा, "भवानी की कृपा, महादेव का आशीर्वाद...बड़ों के सान्निध्य में, छोटों के स्नेह के साथ...अमेठी में निर्मित अपने नए गृह में प्रवेश।"
अमेठी में घर बनवाने वाली पहली सांसद बनीं स्मृति
राजनीतिक विश्लेषक तारकेश्वर मिश्रा कहते हैं कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ने अमेठी में आवास बनाकर एक बड़ा राजनीतिक संदेश दिया है। इसके साथ ही वह अमेठी में घर बनवाने वाली पहली सांसद बन गई हैं। उन्होंने बताया कि गांधी परिवार की परंपरागत सीट होने के बावजूद उनका यहां पर कोई घर नहीं है। ऐसे में उन्होंने अपने को अमेठी से लगाव होने का भी दावा मजबूत किया है।
उन्होंने कहा कि अमेठी लोकसभा क्षेत्र से संजय गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी, कैप्टन सतीश शर्मा, राहुल गांधी सहित अन्य ने यहां से सांसद बने। लेकिन, 1977 में रवींद्र प्रताप सिंह व 1998 में सांसद बने डॉ. संजय सिंह ने अमेठी में स्थायी आशियाना बनाया था। ये दोनों अमेठी के रहने वाले थे। स्मृति ईरानी पहली ऐसी सांसद बनी हैं, जिन्होंने अमेठी में जमीन खरीदकर घर बनवाया है। अपने आप में यह बड़ी बात है। इस मामले में स्मृति ने बढ़त ले ली है।
2 साल बाद अमेठी आए थे राहुल
तारकेश्वर ने कहा कि अभी चंद दिनों पहले राहुल राहुल गांधी अपनी न्याय यात्रा लेकर यहां पहुंचे थे। राहुल गांधी दो साल बाद आए, लेकिन उनमें अपने लोगों के प्रति पहले जैसी गर्मजोशी नहीं दिखी। वह लोगों से मिले नहीं और न ही पहले की तरह उनका वो अंदाज ही देखने को नहीं मिला है। इस कारण स्मृति के घर बनवाने का एक अलग मैसेज जाएगा।
घर बनवाने के लिए 2021 में खरीदी थी जमीन
मालूम हो कि स्मृति ईरानी ने 2021 में अपना घर बनवाने के लिए 11 बिस्वा जमीन खरीदी थी। अब इस जमीन पर उन्होंने अपना आशियाना बनवाया है। साल 2021 में ही स्मृति के पुत्र ने भूमि पूजन कर आवास की नींव रखी थी। उन्होंने यहां 15 हजार वर्गफीट में आलीशान मकान बनवाया है। चुनाव के ठीक पहले गुरुवार 22 फरवरी को उन्होंने गृह प्रवेश किया। 15 हजार वर्गफीट के मकान में रामलला दरबार और कॉन्फ्रेंस रूम भी है। उज्जैन के पंडितों ने पूजा कराई। केंद्रीय मंत्री ने पति जुबिन ईरानी के साथ हवन-पूजन किया। (IANS)
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