अयोध्याः अयोध्या में रामलला के मंदिर की ओर जाने वाले राम पथ और भक्ति पथ पर लगाई गई 50 लाख रुपये से अधिक कीमत की 3,800 ‘बैम्बू लाइट’ और 36 ‘गोबो प्रोजेक्टर लाइट’ चोरों ने चुरा लीं। चोरी की ये घटनाएं अयोध्या के सबसे महत्वपूर्ण और सुरक्षित माने जाने वाले स्थान पर हुईं और पुलिस बल सहित किसी को भी इसकी भनक तक नहीं लगी।
3,800 ‘बैम्बू लाइट’ और 36 ‘गोबो प्रोजेक्टर लाइट’ चोरी
अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा दिए गए ठेके के तहत फर्म यश एंटरप्राइजेज और कृष्णा ऑटोमोबाइल्स द्वारा रामपथ के पेड़ों पर 6,400 ‘बैम्बू लाइट’ और भक्तिपथ पर 96 ‘गोबो प्रोजेक्टर’ लाइट लगाई गई थीं। फर्म के प्रतिनिधि शेखर शर्मा के अनुसार रामपथ और भक्तिपथ पर लगाई गई 3,800 ‘बैम्बू लाइट’ और 36 ‘गोबो प्रोजेक्टर लाइट’ चोरी हो गई हैं। उनके द्वारा राम जन्मभूमि थाने में मामला दर्ज कराया गया है।
मई में हुई थी चोरी की जानकारी
पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार ‘‘रामपथ पर 6,400 बैम्बू लाइट तथा भक्ति पथ पर 96 गोबो प्रोजेक्टर लाइट लगाई गई थीं। गत 19 मार्च तक सभी लाइट लग चुकी थीं, लेकिन नौ मई को निरीक्षण के बाद पता चला कि कुछ लाइटें गायब हैं। जांच में मालूम हुआ कि करीब 3,800 बैम्बू लाइट तथा 36 गोबो प्रोजेक्टर लाइट चोरों द्वारा चुरा ली गई हैं। दर्ज शिकायत के अनुसार यह स्वीकार किया गया कि फर्म को इस चोरी की जानकारी मई में हुई, लेकिन मुकदमा चोरी के दो महीने बाद नौ अगस्त को दर्ज कराई गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मंडलायुक्त ने लाइट चोरी होने से किया इनकार
राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के दौरान अयोध्या के साथ सजा के लिए भक्ति पथ और राम पथ पर 50 लाख से अधिक कीमत की पेड़ों पर 6400 बैम्बू लाइट और भक्तिपथ पर 96 गोबो प्रोजेक्टर लाइटें लगाई गईं थीं। जिसमें से 3800 बैम्बू लाइट और 36 गोबो प्रोजेक्टर लाइट चोरी होने की शिकायत कार्यदायी संस्था यश इंटरप्राइजेज के द्वारा UPCOP पर ऑनलाइन किया है लेकिन मंडलायुक्त गौरव दयाल के अनुसार, रामपथ से किसी भी प्रकार की लाइट चोरी नहीं हुई है। कुछ एलिमेंटेड लाइट लगाई गई थी।
प्राधिकरण का मानना है कि ठेकेदार सिर्फ अपनी बचाव में यह बातें कर रहा है। यह जांच का विषय है। अयोध्या में लगातार इतना पहरा है तो यह संभव नहीं है की लाइट चोरी हो जाए। हो सकता है कि कुछ बंदरों के कारण क्षतिग्रस्त हुई हो, लेकिन जो संख्या वह बता रहे हैं इतनी बड़ी संख्या में लाइट चोरी होने का मामला संभव ही नहीं है। यह जांच का विषय है।
रिपोर्ट- अरविंद गुप्ता, अयोध्या