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Hindi News उत्तर प्रदेश कभी स्ट्रीट लाइट ऑपरेटर रहे इस शख्स ने की थी ट्रेन से कटने की कोशिश, अब बना नगर पंचायत अध्यक्ष

कभी स्ट्रीट लाइट ऑपरेटर रहे इस शख्स ने की थी ट्रेन से कटने की कोशिश, अब बना नगर पंचायत अध्यक्ष

शाहजहांपुर जिले के मीरानपुर कटरा में, जहां कभी स्ट्रीट लाइट चालू और बंद करने का काम करने वाले शख्स की अचामक किस्मत बदल गई। वे अपने ही कस्बे की नगर पंचायत के अध्यक्ष बन गए।

मुख्तार अहमद मसूदी बने नगर पंचायत अध्यक्ष- India TV Hindi Image Source : TWITTER मुख्तार अहमद मसूदी बने नगर पंचायत अध्यक्ष

चमत्कार केवल तंत्र-मंत्र ही नहीं बल्कि लोकतंत्र में भी होते हैं। कुछ ऐसा ही चमत्कार हुआ है शाहजहांपुर जिले के मीरानपुर कटरा में, जहां कभी स्ट्रीट लाइट चालू और बंद करने का काम करने वाले शख्स की अचामक किस्मत बदल गई। दरअसल, बेहद गरीब और साधारण व्यक्ति अपने ही कस्बे की नगर पंचायत का अध्यक्ष बन गया। गरीबी के कारण ये शख्स कभी फुटपाथ पर सोता था। गरीबी इतनी थी कि एक वक्त ऐसा आ गया कि पारिवारिक हालातों से हार कर ट्रेन से कटकर खुदकुशी करने की कोशिश भी कर चुका था।

मीरान कटरा नगर पंचायत से जीते
दरअसल, मुख्तार अहमद मसूदी की कहानी मेहनत, लगन और समर्पण की एक दास्तान है। मसूदी ने बीते 13 मई को उत्तर प्रदेश के नगर निकाय चुनाव के आए नतीजों में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में मीरान कटरा नगर पंचायत के अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की है। 

जिंदगी से तंग आकर खुदकुशी करने की कोशिश
पीलीभीत जिले के रहने वाले मसूदी ने मंगलवार को बताया कि करीब 10 साल पहले उनकी पत्नी अकीला उन्हें छोड़कर अपने मायके बदायूं चली गई थी। इससे वह काफी टूट गए। उसके बाद वह यूं ही भटकते हुए मीरानपुर कटरा आ गए। यहां कोई परिचित नहीं था। यहां फुटपाथ पर कई रातें गुजारीं, जिसने जो खाने को दे दिया खा लिया। ऐसी जिंदगी से तंग आकर उन्होंने खुदकुशी करने का मन बना लिया था। 

पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष ने दिया था सहारा
मसूदी बताते हैं कि वह ट्रेन से कटकर खुदकुशी करने के लिए कटरा के पास पटरी पर लेट गए थे। ट्रेन आ रही थी और चंद कदम का ही फासला रह गया था तभी कुछ लड़कों ने उन्हें खींच कर बचा लिया और पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष शमीउश्शान खान की कोठी पर ले आए। उन्होंने खान को अपनी परेशानी बतायी जिसके बाद उन्होंने उन्हें सहारा दिया और रहने की जगह भी दी। यहीं से उनकी जिंदगी में बदलाव की शुरुआत हो गई। 

मसूदी ने खुद रखी चुनाव लड़ने की पेशकश
शमीउश्शान खान ने बताया कि 2017 में वह जब दोबारा मीरानपुर कटरा नगर पंचायत के अध्यक्ष बने तब उन्होंने 2018 में मसूदी को नगर पंचायत के काम में लगा दिया। मसूदी पढ़े-लिखे नहीं थे इसलिए उन्हें स्ट्रीट लाइट खोलने और बंद करने का काम दिया गया। उन्होंने कहा, ‘‘जब 2023 में मीरानपुर कटरा सीट पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षित हो गई तो अगड़ी जाति का होने की वजह से मेरे लिए चुनाव लड़ना मुमकिन नहीं रह गया था। इसके बाद एक दिन मसूदी ने मुझसे कहा कि अगर आप चाहें तो हमें अध्यक्ष पद का चुनाव लड़वा दें।’’ 

मसूदी ने 742 मतों से चुनाव जीता
पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष खान ने बताया कि उन्हें मसूदी की बात पसंद आई और उन्होंने उन्हें चुनाव में प्रत्याशी बनाने का मन बना लिया। जब नतीजे सामने आए तो मसूदी ने 742 मतों से चुनाव जीत लिया। उन्होंने कहा कि मसूदी की जीत उनकी अपनी लगन और मेहनत का नतीजा है। उम्मीद है कि वह जनता की बेहतर ढंग से सेवा करेंगे क्योंकि उन्होंने गरीबी का दर्द सहन किया है इसलिए वह पूरी संवेदनशीलता से काम करेंगे। 

मीरानपुर कटरा नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी अवनीश गंगवार ने कहा कि यह लोकतंत्र की खूबसूरती है कि जो मसूदी कभी उनके मुलाजिम होते थे, आज वह नगर पंचायत अध्यक्ष के रूप में उनके प्रशासक हैं।

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