मुरादाबाद की समाजवादी पार्टी की सांसद रुचि वीरा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि महबूब अली पर तो मुकदमा हो गया, संगीत सोम पर क्यों नहीं हुआ। दरअसल सपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री और अमरोहा से विधायक महबूब अली द्वारा दिए गए भड़काऊ बयान पर सांसद रुचि वीरा ने कहा कि महबूब अली के खिलाफ मुकदमा तो दर्ज हो गया है, लेकिन पूर्व विधायक संगीत सोम के खिलाफ मुकदमा क्यों दर्ज नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि वैसे तो सबको अपनी गरिमा में रहना चाहिए। भाजपा के लोग तो बिल्कुल निरंकुश हैं। अगर यही बात किसी विपक्ष के नेता ने कही होती तो अबतक उसपर मुकदमा दर्ज हो चुका होता। सबको ही अपनी गरिमा में रहना चाहिए, चाहे वह नेता हो या फिर अधिकारी हो। सबको अपनी-अपनी सीमाओं में रहना चाहिए।
संगीत सोम ने क्या कहा था?
बता दें कि हाल ही में एक जनसभा में संगीत सोम ने अधिकारियों को पब्लिक के जूते से पिटवाने की धमकी दी थी। सोशल मीडिया पर जब उनका वीडियो खूब वायरल हो रहा है। दरअसल, मुरादाबाद की एक रैली में जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने अधिकारियों को धमकी देने का एक किस्सा सुनाया। उन्होंने किस्सा सुनाते हुए कहा कि कोई और नेता होता तो कहता कि मेरी वीडियो नहीं है। बल्कि मैं तो कहता हूं कि अभी नहीं माने तो इन्हें पब्लिक के जूते से पिटवाऊंगा। वहीं संगीत सोम के बयान पर अखिलेश यादव ने निशाना साधा।
अखिलेश यादव ने साधा निशाना
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, "अधिकारी कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा।" दरअसल मुरादाबाद जिले के कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र में क्षत्रिय महासभा के कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए संगीत सोम पहुंचे थे। इस मौके पर संगीत सोम ने अधिकारियों को जनता के जूते से पिटवाने की धमकी दी। उन्होंने अपने वायरल वीडियो को लेकर कहा, "हां मैने ही अधिकारी को धमकाया ता। मेरी ही आवाज है उसमें, लेकिन अभी कम धमकाया है। अगर ये सही से काम नहीं करेंगे, कानून का पालन नहीं करेंगे, तो इन्हें पब्लिक के जूते से पिटवाऊंगा।
(रिपोर्ट- राजीव शर्मा)