सोशल मीडिया दो धारी तलवार की तरह है। उसका सही इस्तेमाल करना अगर आपको नहीं आता तो यकीन मानिए सोशल मीडिया आपको कई गलत रास्तों पर लेकर जा सकता है। इसका नया उदाहरण उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में देखने को मिला है। दरअसल यहां माहौल को खराब करने के लिए युवाओं ने सोशल मीडिया को ही अपना हथियार बना लिया है। यहां शेरे सोनभद्र, किंग ऑफ सोनभद्र, किंग ऑफ यूपी के नाम से व्हाट्सऐप पर कई ग्रुप बनाए गए हैं। इन व्हाट्सऐप ग्रुप में कई उत्तेजक शब्दों का इस्तेमाल किया जा रहा है और इसके जरिए कई अपराधों को अंजाम दिया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर बनाए गए तमाम ग्रुप
इसी मामले में सोनभद्र पुलिस ने ऐसे कई व्हाट्सऐप ग्रुपों की पहचान की है। पुलिस ने आम जनमानस से अपील करते हुए माता-पिता को सचेत और सावधान रहने की हिदायत दी है। साथ ही पुलिस ने अपील की है कि अपने घर के नए उम्र के सदस्यों पर ध्यान रखें, अन्यथा बड़ी कार्रवाई या घटना हो सकती है। पुलिस का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जहां पुलिस आम जनमानस से अपील करती दिख रही है कि नए उम्र के युवाओं, नाबालिग लड़कों पर माता-पिता निगाह रखें। पुलिस ने जिले भर में कई ऐसे व्हाट्सऐप ग्रुपों को चिह्नित किया है जो ग्रुप बनाकर क्राइम करने की योजना बना रहे हैं।
पुलिस अधीक्षक ने कही ये बात
उदाहरण के लिए टार्जन, टाइगर, युवा जोश, किंग ऑफ यूपी, किंग ऑफ सोनभद्र, शेरे सोनभद्र नाम से ये व्हाट्सऐप अकाउंट चलाए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि इन ग्रुप्स में उत्तेजनात्मक बातों को शेयर किया जा रहा है। कहीं कुछ घटना होती है तो और सभी को इकट्ठा करना है तो ग्रुप में मैसेज शेयर किया जा रहा है, इसके बाद व्हाट्सऐप ग्रुप के सदस्य घटनास्थल पर लाठी-डंडे और हथियार के साथ पहुंच जाते हैं। पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह ने इसे लेकर बताया कि ये नई उम्र के छात्र हैं नाबालिग हैं। वह व्हाट्सऐप और फेसबुक पर ग्रुप बनाकर उसका नाम रखते हैं। वह अज्ञानतावश ऐसे ग्रुप में अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन करते हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में ऐसे ही किसी ग्रुप की मारपीट की घटना देखने को मिली थी, जिसमें 35 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। कई युवक इसमे जेल भी गए, जिसमें से कुछ नाबालिग थे।
संतोष कुमार की रिपोर्ट