उत्तर प्रदेश के सीतापुर में आज एक दरोगा ने थाना परिसर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली। दरोगा मनोज कुमार ने सरकारी रिवॉल्वर से खुद को गोली मारी ली। गोली की आवाज सुनकर पूरे थाने में हड़कंप मच गया। पुलिसकर्मी जब घटना स्थल पर पहुंचे तो दरोगा मनोज कुमार खून से लथपथ पड़े थे। आनन-फानन में दरोगा मनोज कुमार को इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां से उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। लेकिन डॉक्टरों ने दरोगा मनोज कुमार को मृत घोषित कर दिया।
दरोगा के सुसाइड नोट में क्या लिखा?
थाने में दरोगा की खुदखुशी की सूचना मिलते ही एसपी चक्रेश मिश्रा सहित भारी पुलिस बल जिला अस्पताल पहुंच गया। डॉक्टरों ने जैसे ही दरोगा मनोज कुमार को मृत घोषित किया तो पूरे पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई। मछरेहटा थाने में तैनात दरोगा की आत्महत्या किए जाने को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। दारोगा की मौत के बाद सुसाइड नोट भी सामने आया है। इसमें दरोगा ने सुसाइड से पहले SHO पर गंभीर आरोप लगाये हैं। इसमें लिखा है कि बिना रुपये लिए मछरेहटा के SHO कोई काम नहीं करते थे। लिहाजा मनोज कुमार ने मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर खुद को गोली मारली। इस मामले में सुसाइड नोट सामने आने के बाद SP ने जांच कमेटी गठित कर दी है।
थानाध्यक्ष की प्रताड़ना से सभी परेशान
थाने के सूत्रों की मानें तो दरोगा मनोज कुमार पिछले कई दिनों से मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे। उनकी परेशानी का कारण थानाध्यक्ष द्वारा लगातार प्रताड़ित किया जाना बताया जा रहा है। अगर सूत्रों की माने तो मछरेहटा थाने पर तैनात सभी लोग थानाध्यक्ष की प्रताड़ना से काफी परेशान हैं। इस मामले पर एसपी चक्रेश मिश्रा का कहना है कि हर पहलू को लेकर जांच की जा रही है और दरोगा मनोज कुमार के परिवार वालों को सूचना दे दी गई है। मनोज कुमार फतेहपुर जनपद के रहने वाले थे।
(रिपोर्ट- मोहित मिश्रा)
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