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Hindi News उत्तर प्रदेश बदायूं लोकसभा सीट पर क्या है शिवपाल यादव के लाडले का हाल, जानें चुनावी रण में कौन है आगे

बदायूं लोकसभा सीट पर क्या है शिवपाल यादव के लाडले का हाल, जानें चुनावी रण में कौन है आगे

लोकसभा चुनाव के हैरान करने वाले परिणाम सामने आ रहे हैं। जहां एक ओर भाजपा की लहर के दावे थे वहीं अब परिणाम बदला हुआ नजारा दिखा रहे हैं, लेकिन इसी बीच सभी की नजर बदायूं लोकसभा सीट पर है। इस सीट से शिवपाल यादव के बेटे चुनावी रण में हैं।

Shivpal Singh Yadav son aditya yadav- India TV Hindi Image Source : X शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव।

लोकसभा चुनाव परिणाम अब से कुछ ही घंटों में साफ हो जाएंगे। इस वक्त उत्तर प्रदेश की लोकसभी सीटों पर लोगों की नजर बनी हुई है, क्योंकि यहां अलग ही खेल देखने को मिल रहा है। एक बार फिर कास्ट फैक्टर काम करता दिखा है। नतीजे उम्मीदों से बिल्कुल इतर देखने को मिल रहे हैं। शुरुआती रुझानों में भाजपा को बड़ा नुकसान होता दिख रहा है। ऐसे में कई बड़े और कद्दावर नेता भी पीछे चल रहे हैं। इसके अलावा इस बार राम मंदिर फैक्टर भी उत्तर प्रदेश में चलता नजर नहीं आया है। फिलहाल आपको बताते हैं उस लोकसभा सीट के बारे में जिससे शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव मैदान में हैं। बदायूं की सीट से आदित्य यादव ने मजबूती से चुनाव लड़ा लेकिन, परिणाम उनके फेवर आते नहीं दिख रहे हैं। वो लगातार पीछे चल रहे हैं। 

कौन चल रहा बदायूं की सीट से आगे

बदायूं लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार दुर्विजय शाक्य लगातार बढ़त बनाए हुए हैं। भाजपा प्रत्याशी दुर्विजय सिंह शाक्य को अभी तक 80222 वोट मिले हैं। दुर्विजय 16751 वोटों से आगे हैं। सपा प्रत्याशी शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव 63471 वोट अभी तक हासिल कर सके हैं। 16751 वोटों से पीछे रहते हुए वो दूसरे नंबर पर हैं। बसपा के मुस्लिम खान भी बदायूं से मैदान में हैं। उन्होंने 23215 वोट हासिल किए हैं। इसके अलावा 8 और निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में हैं, जो तीन ही डिजिट में सिमटते नजर आ रहे हैं। 

यूपी में वोटों की गिनती जारी

यूपी लोकसभा चुनावों के लिए वोटों की गिनती जारी है। सपा और बीजेपी में कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। आज लोकसभा चुनाव के नतीजे शाम तक साफ हो जाएंगे। लोकसभा चुनाव 2024 सात चरणों में संपन्न हुआ था और उत्तर प्रदेश में हर चरण में वोटिंग बुई थी। यूपी की 80 सीटों के नतीजे इस बार काफी मायने रखते हैं। ये गेम चेंजर साबित होते नजर आ रहे हैं। इस चुनाव में सपा और कांग्रेस दोनों ने ही बड़ी वापसी की है। जहां 2019 के चुनव में दोनों ही उत्तर प्रदेश में सिमट गए थे, वहीं इस बार खेल काफी बदल गया है।