अतीक अहमद के भाई के दो गुर्गे फंसे पुलिस के शिकंजे में, खुलेगा उमेश पाल हत्याकांड का राज?
माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ के दो गुर्गों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये दोनों बरेली जेल में अशरफ के साथ मिलकर साजिश रचते थे। उमेश पाल की हत्याकांड का राज खुल सकता है।
बरेली: पूर्व सांसद व माफिया अतीक अहमद के भाई एवं पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ के दो गुर्गों को पुलिस ने धर दबोचा है. ये दोनों अशरफ से बरेली की जिला जेल में गैर कानूनी तरीके से मुलाकात करते थे। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी और बताया कि एक गुर्गे का नाम राशिद अली है जो इज्जतनगर थाना क्षेत्र का है और दसरा फुरकान नबी खान है जो मीरगंज थाना क्षेत्र का निवासी है। पुलिस अधीक्षक (नगर) राहुल भाटी ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली कि राशिद अली (37) और फुरकान नबी खान (25) अशरफ से मिलकर साजिश रचा करते थे।
उमेश पाल की हत्या का मिल सकता है सुराग
राहुल भाटी ने बताया कि इस मामले में सात मार्च को प्राथमिकी दर्ज की गई थी और इसके बाद फुरकान और राशिद को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि दोनों गैर कानूनी तरीके से पूर्व विधायक अशरफ से जेल में मिलते थे। भाटी ने बताया कि दोनों के कब्जे से तीन मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। उन्होंने बताया कि आरोप है कि दोनों बिना पर्ची अशरफ से जेल में मिलते थे। उनके पास से बरामद मोबाइल फोन को खंगाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस और विशेष जांच टीम (एसआईटी) अन्य आरोपियों की तलाश में लगातार जगह-जगह दबिश दे रही है ताकि उन्हें पकड़ कर उमेश पाल कांड की अनसुलझी गुत्थी को सुलझाया जा सके।
बरेली जेल में बंद है अशरफ
बता दें कि इलाहाबाद पश्चिम सीट से तत्कालीन विधायक राजू पाल की हत्या के आरोप में खालिद अजीम उर्फ अशरफ बरेली की जेल में बंद है। अशरफ से जेल में अवैध ढंग से मुलाकात कराने का मामला सामने आने के बाद राहुल भाटी के नेतृत्व में विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित की गई है। हाल ही प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल और उनके दो सुरक्षाकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। इस मामले में अतीक अहमद, अशरफ समेत कई लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है। अशरफ जुलाई 2020 से बरेली जिला जेल में बंद है।
जेल में अशरफ की मदद करने वाले गिरफ्तार
वर्तमान में गुजरात की जेल में बंद अतीक अहमद 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी है। राहुल भाटी ने बताया था कि एसआईटी में पुलिस क्षेत्राधिकारी (तृतीय) और निरीक्षक, बिथरी चैनपुर समेत चार पुलिस निरीक्षक शामिल हैं। उन्होंने कहा कि टीम ने पड़ताल शुरू कर दी है। आरोप है कि जेल स्टाफ शिव हरि अवस्थी अवैध रूप से अशरफ की मुलाकात बाहरी लोगों से कराता था। इसके साथ ही जेल कैंटीन में सब्जी की आपूर्ति करने वाला नन्हे उर्फ दयाराम पर अशरफ को पसंद की सब्जी, सामान और रुपये आदि पहुंचाने का आरोप है। पुलिस दोनों आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
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