A
Hindi News उत्तर प्रदेश हरदोई के मदरसों में बड़ा फर्जीवाड़ा, 3 करोड़ 60 लाख रुपये की छात्रवृत्ति का हुआ घोटाला

हरदोई के मदरसों में बड़ा फर्जीवाड़ा, 3 करोड़ 60 लाख रुपये की छात्रवृत्ति का हुआ घोटाला

उत्तर प्रदेश में हरदोई के मदरसों से करोड़ों के छात्रवृत्ति घोटाले का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि इन मदरसों से करीब 3 करोड़ से ज्यादा रुपयों का गबन किया गया है। फर्जीवाड़ा तब सामने आया जब छात्रवृत्ति के लिए आधार कार्ड अनिवार्य कर दिए गए।

हरदोई के मदरसों में हुआ छात्रवृत्ति घोटाला- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO हरदोई के मदरसों में हुआ छात्रवृत्ति घोटाला

हरदोई: उत्तर प्रदेश के हरदोई से बड़े घोटाले की खबर सामने आई है। जानकारी मिली है कि हरदोई के मदरसों में करोड़ों का घोटाला हुआ है। हरदोई के मदरसों में 3 करोड़ 60 लाख रुपये की छात्रवृत्ति का गबन किया गया है। यहां विद्यार्थियों की फर्जी संख्या दिखाकर करोड़ों की छात्रवृत्ति हड़पी जा रही थी। लेकिन जैसे ही छात्रवृत्ति के लिए आधार कार्ड अनिवार्य किए गए तो मदरसों के फर्जीवाड़े की पोल खुल गई। जब आधार अनिवार्य किए गए तो सामने आया कि मदरसों से 10 हजार से ज्यादा विद्यार्थी गायब हैं।

आधार कार्ड अनिवार्य होते ही फर्जीवाड़े का खुलासा
हरदोई के मदरसों में जब आधार कार्ड वेरिफिकेशन किए गए तो ये फर्जीवाड़ा सामने आया। एक आंकड़े के मुताबिक हरदोई जिले में कुल 141 मदरसे संचालित हैं। लेकिन मदरसों में 90% से अधिक विद्यार्थियों का कोई ब्योरा नहीं मिला। आपको बता दें कि यू डायस पोर्टल पर दर्ज आकड़ों के मुताबिक विगत शैक्षणिक सत्र में 141 मदरसों में 25 हजार 944 विद्यार्थी थे। लेकिन नामांकन में आधार कार्ड अनिवार्य होते ही ये संख्या घटकर 15 हजार 759 रह गई। पुराने आंकड़ों के अनुसार 10 हजार 185 विद्यार्थी अचानक गायब हो गये।

अचानक से घट गई छात्रों की सख्या
बताया जा रहा है कि शाहाबाद के मदरसा-ए-नेकोजई में आधार नंबर अनिवार्य होते ही 311 की जगह कुल 22 की ही संख्या रह गई। मदरसा जामिया अनवारुल उलूम बन्दरहिया में 248 की जगह अब सिर्फ 30 विद्यार्थी रह गये। हरदोई के मदरसों में हुये इस बड़े फर्जीवाड़े की जानकारी होते ही हडकंप मच गया। वहीं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग से जुड़े सूत्र बताते हैं कि शैक्षिक सत्र 2021-22 तक मदरसों में पढ़ने वाले 23299 छात्रों को छात्रवृत्ति दी जा रही थी, जिन्हें हर महीने 300 रुपये प्रति छात्र छात्रवृत्ति दी जा रही थी।

(रिपोर्ट- राम श्रीवास्तव)

ये भी पढ़ें-

मणिपुर यौन हिंसा मामले का सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी, कहा- अगर सरकार ने कार्रवाई नहीं की तो हम करेंगे

उज्जैन में महाकाल की सवारी पर थूकने वालों के घर पर चला बुलडोजर, ढोल-नगाड़ों साथ की गई कार्रवाई