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Hindi News उत्तर प्रदेश 'ताजमहल पहले हिंदू मंदिर था और हिंदू मंदिर ही रहेगा', बीजेपी नेता संगीत सोम ने किया दावा

'ताजमहल पहले हिंदू मंदिर था और हिंदू मंदिर ही रहेगा', बीजेपी नेता संगीत सोम ने किया दावा

संगीत सोम ने कहा कि ताजमहल जैसी कोई चीज नहीं हो सकती। कुरान में लिखा है कि किसी भी कब्र के ऊपर पक्की बिल्डिंग नहीं बनाई जा सकती। ताजमहल पहले भी हिंदू मंदिर था और हिंदू मंदिर रहेगा। यह हिंदुस्तान है और यहां सिर्फ सनातनियों की जमीन है।

पूर्व भाजपा विधायक संगीत सोम- India TV Hindi Image Source : INDIA TV पूर्व भाजपा विधायक संगीत सोम

मुजफ्फरनगरः यूपी के मुजफ्फरनगर में आज श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ का भव्य आयोजन किया गया। इस मौके पर शहर में शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें सैकड़ों सनातनी और हिंदू संगठनों ने हिस्सा लिया। इस शोभायात्रा के मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के फायरब्रांड नेता और पूर्व विधायक संगीत सोम ने ताजमहल को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि ताजमहल जैसी कोई चीज नहीं है, वह पहले भी हिंदू मंदिर था और हिंदू मंदिर ही रहेगा।

ताजमहल पहले हिंदू मंदिर था और आगे भी रहेगाः संगीत सोम

यात्रा का शुभारंभ करने पहुंचे पूर्व भाजपा विधायक संगीत सोम ने राम, लक्ष्मण और सीता माता की आरती की। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज पूरे देश में सनातनी इस दिन को हिंदू पर्व के रूप में मना रहे हैं। मीडिया से बातचीत में संगीत सोम ने विवादास्पद बयान देते हुए कहा कि ताजमहल जैसी कोई चीज हो ही नहीं सकती। उन्होंने कुरान का हवाला देते हुए कहा कि किसी भी कब्र के ऊपर कोई इमारत या पक्की बिल्डिंग नहीं बनाई जा सकती। उन्होंने दावा किया कि ताजमहल पहले भी एक हिंदू मंदिर था और हिंदू मंदिर ही रहेगा। 

संगीत सोम ने वक्फ बोर्ड को लेकर कही ये बात

संगीत सोम ने कहा कि जब से भाजपा की सरकार आई है, तब से सनातनियों के हौसले बुलंद हुए हैं। उन्होंने कहा कि आक्रांताओं ने देश में मंदिर तोड़कर उनके स्थान पर मस्जिदें बनाई थीं। लेकिन अब ऐसी चीजें सामने आ रही हैं। उन्होंने वक्फ बोर्ड को आतंकियों और गुंडों का संगठन बताते हुए कहा कि वक्फ बोर्ड की जमीन केवल पाकिस्तान में हो सकती है, भारत में नहीं। उन्होंने अवैध मजार और मदरसों पर कार्रवाई की मांग की।

बता दें कि श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के अवसर पर मुजफ्फरनगर में आज एक विशाल शोभायात्रा का आयोजन हुआ। यात्रा की शुरुआत राम, लक्ष्मण और सीता माता की भव्य झांकियों के साथ हुई। नगर के मुख्य चौराहों से गुजरी इस यात्रा में सैकड़ों लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।