संभल हिंसा:'आग लगाकर मार दो, कोई भी बचने न पाए...', पुलिस को देखते ही चिल्लाई भीड़, सांसद बर्क व MLA के बेटे ने भड़काया; FIR में हुआ बड़ा खुलासा
संभल हिंसा को लेकर एफआईआर में बड़ा खुलासा किया गया है कि भीड़ को सांसद बर्क व MLA के बेटे सुहैल इकबाल ने उकसाया। जिसके बाद भीड़ ने पुलिस टीम पर हमला किया।
संभल हिंसा को लेकर यूपी पुलिस ने कई एफआईआर दर्ज की है। यह एफआईआर की कॉपी अब सामने आई है, जिसमें कई सनसनीखेज खुलासे किए गए हैं। यूपी पुलिस ने एफआईआर में सपा सांसद जियाउर रहमान बर्क को आरोपी मुख्य आरोपी नंबर 1 बनाया गया है। इसके बाद सपा विधायक के बेटे सुहैल इकबाल को आरोपी नंबर 2 बनाया है। इन दोनों के अलावा, इस हिंसा को लेकर 2750 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
7 लोगों पर दर्ज की गई है नामजद एफआईआर
संभल हिंसा को लेकर पुलिस ने 7 अन्य लोगों पर भी नामजद एफआईआर दर्ज की हैं। इसके बाद से ही पुलिस आरोपियों की तलाश में ताबड़तोड़ दबिश दे रही है। मामले में अब तक 27 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसमें 3 नाबालिग आरोपी भी शामिल हैं। अभी तक एक दर्जन से ज्यादा लोग हिरासत में लिए जा चुके हैं। एसआई संजीव कुमार ने एफआईआर दर्ज कराई है। एसआई ने एफआईआर में बताया कि 19 नवंबर को वे अपनी ड्यूटी पर जामा मस्जिद में तैनात थे। सर्वे के दौरान करीबन 8.45 बजे जामा मस्जिद ढलान से करीबन 100 कदम पहले करीब 800 से 900 लोग की भीड़ सामने से नारेबाजी, पत्थरबाजी करते हुए जामा मस्जिद सर्वे का विरोध करते हुए आए और सर्वें टीम को भगाने के लिए आमदा हो गए।
आगे एफआईआर में कहा गया कि भीड़ के हाथों में लाठी-डंडे और ईंट-पत्थर थे। उन्होंने पुलिसवालों को जान से मारने की नीयत से हमला किया। इसके बाद भीड़ ने सरकारी लेपर्ड बाइक (अपाचे नंबर UP38 AG 0168) और एक निजी बुलेट बाइक (UP38 M 8166) को आग के हवाले कर दिया गया।
पुलिस को देख चिल्लाई भीड़
पुलिसवालों ने भीड़ का काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं मानें, इसी बीच भीड़ और आक्रोशित हो गई और सभी को जान से मारने कि नियत से पुलिस टीम पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। तभी करीब 40-50 लोग टीम के नजदीक आकर चिल्लाए कि हसन, अजीम, सलीम, रिहान अली, मो. हैदर, वसीम, अयान इन पुलिस वालों से सारे हथियार छीन लो और इनको आग लगा दो कोई भी बचकर जाने न पाए। हम अपनी मस्जिद में सर्वे नहीं होने देगें मस्जिद हमारी है। इसमें कोई सर्वे नहीं हो सकता।
पिस्टल छीनने की कोशिश
एफआईआर में आगे बताया गया, हिंसा के दौरान एसआई की पिस्टल छीनने की भी कोशिश की गई। लेकिन एसआई निशांत मलिक ने पिस्टल को मजबूती से पकड़कर बचा लिया, पर पिस्टल की मैगजीन और उसमें मौजूद 9 एमएम की 10 गोलियां आरोपियों ने लूट लीं। इसके अलावा, आरक्षी से टीयर गन से आंसू गैस के सेल छीन ले गए। इसके अलावा, करीब 25 ब्लैंक कारतूस व 25 रबर बुलेट भी लूट ले गए। वहीं, 15 राउंड 12 बोर कारतूस को भी उपद्रवी जबरदस्ती मारपीट कर लूट ले गए।