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Hindi News उत्तर प्रदेश गिनती से पहले क्या कन्नौज, अलीगढ़ और मिर्जापुर में सपा नेताओं को किया गया नजरबंद? जानें अखिलेश यादव के दावों की सच्चाई

गिनती से पहले क्या कन्नौज, अलीगढ़ और मिर्जापुर में सपा नेताओं को किया गया नजरबंद? जानें अखिलेश यादव के दावों की सच्चाई

कन्नौज, अलीगढ़ और मिर्जापुर के साथ ही कई जिलों में सपा नेताओं को नजरबंद करने के दावे किए गए हैं। ये करने वाला शख्स कोई और नहीं बल्कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव हैं। उन्होंने एक वीडियो भी साझा किया है, जिस पर अब पुलिस ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सच्चाई बताई है।

Akshilesh yadav- India TV Hindi Image Source : X अखिलेश यादव ने किए सपा नेताओं को नजरबंद करने के दावे।

लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम आज साफ हो जाएंगे। अब से कुछ ही देर में मतगणना शुरू होने के साथ रुझान आने लगेंगे, लेकिन इससे पहले ही विपक्षी दल आरोप लगाने लगे हैं। ईवीएम में छेड़छाड़ के बाद अब विपक्षी नेताओं को नजरबंद करने के दावे किए गए हैं। इसका एक वीडियो भी सामने आया है जो तेजी से वायरल हो रहा है। इसी वीडियो को साझा करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कन्नौज, अलीगढ़ और मिर्जापुर के साथ ही कई जिलों में सपा नेताओं को नजरबंद करने दावे किए हैं। उनका कहना है कि इस पर पुलिस को संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन क्या उनके ये दावे सच हैं? अलीगढ़ और मिर्जापुर पुलिस ने इस मामले को संज्ञान में लिया है और पूरी सच्चाई भी बताई है। 

अखिलेश यादव ने किए दावे

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने एक एक्स पोस्ट में सपा नेताओं को नजरबंद करने के दावे किए। उन्होंने लिखा, 'माननीय सर्वोच्च न्यायालय, चुनाव प्रमुख व पुलिस प्रमुख इस बात का तत्काल संज्ञान लें कि मिर्ज़ापुर, अलीगढ़, कन्नौज के अलावा उत्तर प्रदेश के कई जिलों में जिलाधिकारी व पुलिस प्रशासन विपक्ष के राजनीतिक कार्यकर्ताओं को घरों में नजरबंद करने का अवैधानिक कार्य कर रहे हैं, जिससे वो कल मतगणना में हिस्सा न ले सकें। अपने मत की रक्षा का अधिकार सबको है और तब तो और भी ज़्यादा है जब कोर्ट द्वारा लगाए गये कैमरों के सामने भी धांधली करने का दुस्साहस करनेवाली सरकार सत्ता में हो। ऐसी घटनाओं को तुरंत रोका जाए व प्रशासनिक रूप से निरुद्ध किये गये लोगों को तुरंत मुक्त किया जाए। जब समस्त राजनीतिक दल शांतिपूर्ण तरीक़े से कार्य कर रहे हैं, ऐसे में शासन-प्रशासन भी ऐसा कोई अनैतिक कार्य न करे, जिससे जन-आक्रोश पनपे। आशा है ऐसे पक्षपाती डीएम और प्रशासनिक अधिकारियों को तुरंत हटाया जाएगा और मतगणना को शांति के वातावरण में सम्पन्न कराया जाएगा।'

अलीगढ़ पुलिस अधीक्षक ने दी सफाई

अलीगढ़ पुलिस अधीक्षक नगर ने साफ कहा कि सपा नेता को नजरबंद किए जाने के दावे निराधार हैं। उन्होंने बताया कि जनपद अलीगढ़ में किसी भी समाजवादी पार्टी के नेता को किसी भी प्रकार से नजरबन्द नहीं किया गया है और न ही ट्वीट में प्रदर्शित वीडियो जनपद अलीगढ़ से संबंधित है। बता दें, एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें दावा किया गया कि सपा के कुछ नेताओं और प्रत्याशी को नजरबंद किया गया है। इस मामले पर पुलिस ने संज्ञान लेते हुए अजागर किया कि ये मामला अलीगढ़ जनपद का है ही नहीं।

यहां देंखे वीडियो

मिर्जापुर पुलिस ने बयां की सच्चाई

मिर्जापुर पुलिस ने सभी दावों को निराधार बताया है। उन्होंने एक्स पोस्ट में लिखा, 'माननीय भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश के क्रम में मिरजापुर पुलिस द्वारा मतगणना को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए पूरी सतर्कता बरती जा रही है तभा लगातार भ्रमणशील रहकर शांति व्यवस्ता कायम की जा रही है। मिरजापुर पुलिस द्वारा किसी भी व्यक्ति को नजरबंद नहीं किया गया है। इस तरह का आरोप असत्य एवं निराधार है। मिरजापुर पुलिस इसका खंडन करती है।'

यहां देखें एक्स पोस्ट