A
Hindi News उत्तर प्रदेश सपा विधायक से सही नहीं गई बेटे की गिरफ्तारी! चप्पल में ही पहुंच गए कोर्ट, अदालत परिसर में दो बार गिरे भी

सपा विधायक से सही नहीं गई बेटे की गिरफ्तारी! चप्पल में ही पहुंच गए कोर्ट, अदालत परिसर में दो बार गिरे भी

विधायक पक्ष के वकील तेज बहादुर यादव ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर रूप लगाए हैं और कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि कोर्ट गेट पर सरेंडर के दौरान पुलिस खींचतान कर रही थी। विधायक की बायपास सर्जरी हुई है, बताने के बाद भी वे नहीं मान रहे थे।

सपा विधायक जाहिद बेग- India TV Hindi Image Source : INDIA TV सपा विधायक जाहिद बेग

भदोहीः नौकरानी को सुसाइड के लिए उकसाने, बच्चों की तस्करी मामले में वांछित सपा विधायक जाहिद बेग ने आज जिला कोर्ट में सरेंडर कर दिया। ज्ञानपुर स्थित सीजेएम कोर्ट साबिया खातून की अदालत में विधायक को पेश किया गया। वह करीब एक घंटे तक कोर्ट में मौजूद रहे। इसके बाद न्यायालय के आदेश पर उन्हें जिला कारागार ज्ञानपुर भेज दिया गया। इससे पहले पुलिस ने विधायक के बेटे जईम को बुधवार को ही गिरफ्तार किया था। 

विधायक ने लगाया बदसलूकी का आरोप

 विधायक जाहिद बेग ने कोर्ट से बाहर निकलते ही कहा कि मुझे न्यायालय पर भरोसा है। सपा विधायक ने आरोप लगाया कि मुझे खींचा गया, मेरे साथ बदसलूकी की गई। मेरे साथ दुर्व्यवहार किया गया। मैं न गुंडा हूं, न बदमाश हूं, मेरे साथ ऐसा क्यों किया जा रहा है, मुझे पता नही हैं।  

अदालत परिसर में दो बार गिर पड़े विधायक

आरोप है कि सरेंडर करने के दौरान के बार कॉउंसिल गेट पर पुलिस विधायक जाहिद बेग को खींच रही थी। इसी दौरान वह दो बार गिर पड़े और उनका चप्पल में वहां छूट गया। वह कोर्ट रूम से जब बाहर निकले, तो नंगे पांव ही थे। वहीं आत्मसमर्पण के बाद विधायक समर्थकों की कोर्ट परिसर में भारी भीड़ जमा हो गई।

विधायक के वकील ने पुलिस पर लगाया गंभीर आरोप

विधायक पक्ष के वकील तेज बहादुर यादव ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर रूप लगाए हैं और कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि कोर्ट गेट पर सरेंडर के दौरान पुलिस खींचतान कर रही थी। विधायक की बायपास सर्जरी हुई है, बताने के बाद भी वे नहीं मान रहे थे। न्यायालय एवं वकीलों के कैम्पस में पहुंचने के बाद इस तरह से किया जाना न्यायसंगत नहीं है। इस तरह से अगर किया जाएगा, तब तो कोर्ट में सरेंडर प्रक्रिया ही बंद हो जानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि बार कॉउंसिल ऑफ इंडिया, मानवाधिकार आयोग, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एवं उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से वह पूरे प्रकरण की शिकायत करेंगे। अधिवक्ता तेज बहादुर यादव ने यह भी आरोप लगाया कि जिस वक्त पूरा घटनाक्रम चल रहा था, मौके पर पुलिस के उच्च अधिकारी अपर पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस क्षेत्राधिकारी ज्ञानपुर भी मौजूद थे। 

जानें क्या है पूरा मामला

बता दें कि सितंबर को सपा विधायक जाहिद बेग के शहर मालिकाना स्थित आवास पर नाबालिग नौकरानी ने आत्महत्या कर ली थी। एक और नाबालिग सहायिका को आवास से प्रशासन ने दूसरे दिन विधायक के घर छापेमारी कर मुक्त कराया था। पुलिस ने नौकरानी के सुसाइड मामले में विधायक जाहिद बेग और उनकी पत्नी पर आत्महत्या के लिए उकसाने एवं एक से अधिक बच्चों की तस्करी एवं बंधक बनाकर बाल श्रम कराने के मामले में एफआईआर दर्ज किया था।

वहीं सुसाइड के लिए प्ररित करने के मामले में बेटे की संलिप्तता भी सामने आने पर पुलिस से उसे बुधवार को गिरफ्तार कर कोर्ट के आदेश पर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया था। पुलिस आरोपी विधायक एवं पत्नी की तलाश में जुटी थी।

रिपोर्ट- शरद रमेश मौर्या