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Hindi News उत्तर प्रदेश यूपी में सपा ने कांग्रेस को इतनी लोकसभा सीटें देने का प्रस्ताव दिया, जयंत चौधरी को 7 तो चंद्रशेखर को मिल सकती है ये सीट

यूपी में सपा ने कांग्रेस को इतनी लोकसभा सीटें देने का प्रस्ताव दिया, जयंत चौधरी को 7 तो चंद्रशेखर को मिल सकती है ये सीट

यूपी में सपा-आरएलडी गठबंधन ने कांग्रेस को दस सीटों पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया है। वहीं, भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर को भी एक सीट देने की बात हो रही है।

अखिलेश यादव, राहुल गांधी- India TV Hindi Image Source : FILE अखिलेश यादव, राहुल गांधी

लखनऊः यूपी में इंडिया अलायन्स के बीच सीट बंटवारे को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। सूत्रों के अनुसार, सपा-आरएलडी गठबंधन ने कांग्रेस को दस सीटें देने का प्रस्ताव दिया है। समाजवादी पार्टी यूपी की प्रमुख पार्टी होने की वजह से ज्यादातर सीटें अपने पास रखना चाहती है। सपा गठबंधन ने कांग्रेस को 10 सीटों पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया है। हालांकि कांग्रेस ने 10 प्रस्तावित सीटों पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है।

जयंत चौधरी और चंद्रशेखर को मिल सकती है इतनी सीटें

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, यूपी में समाजवादी पार्टी (सपा) कम से कम 60 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। जयंत चौधरी की पार्टी RLD को 5-7 लोकसभा सीटें देने का प्रस्ताव दिया गया है। वहीं, भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद को नगीना सीट दी जा सकती है। दरअसल, नगीना लोकसभा क्षेत्र में दलितों की आबादी अधिक है और चंद्रशेखर का यह इलाका भी है।

कांग्रेस को कम सीटें देना चाहती है सपा

यूपी में कौन सी पार्टी किस सीट पर अपने उम्मीदवार उतारेगी अभी इसका फैसला नहीं लिया गया है लेकिन माना जा रहा है कि सपा यह तय कर चुकी है कि कांग्रेस को कौन-कौन सी सीट देना है। हालांकि आधिकारिक तौर पर अभी तक इंडिया गठबंधन के किसी भी दल ने इसकी पुष्टि नहीं की है। लेकिन सूत्रों ने जो जानकारी दी है उसके अनुसार, सपा-आरएलडी गठबंधन कांग्रेस को ज्यादा सीटें देना नहीं चाहती। 

4-5 महीने बाद हो सकते हैं लोकसभा चुनाव

अभी हाल में ही विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के घटक दलों के प्रमुख नेताओं की बैठक दिल्ली में हुई थी। इसमें सीट बंटवारे को लेकर चर्चा हुई थी। सभी दलों ने तय किया था कि जल्द से जल्द सीट बंटवारा किया जाए। बता दें कि लोकसभा चुनाव में महज 4-5 महीना ही शेष रह गया है। इसलिए सभी दल चुनाव की तैयारियों में जुटे हैं।