राज्यसभा चुनाव के लिए सपा ने घोषित किए 3 उम्मीदवार, जानिए किसे मिला मौका
Samajwadi Party Rajya Sabha Candidate: समाजवादी पार्टी ने राज्यसभा चुनाव के लिए पूर्व सांसद रामजीलाल सुमन, जया बच्चन और पूर्व आईएएस अधिकारी आलोक रंजन को अपना उम्मीदवार बनाया है।
लखनऊः बीजेपी के बाद अब समाजवादी पार्टी ने भी राज्यसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। समाजवादी पार्टी (सपा) ने राज्यसभा चुनाव के लिए पूर्व सांसद रामजीलाल सुमन, जया बच्चन और पूर्व आईएएस अधिकारी आलोक रंजन को उम्मीदवार बनाया है। सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने मंगलवार को को बताया कि पार्टी ने पूर्व सांसद रामजीलाल सुमन, जया बच्चन और पूर्व आईएएस अधिकारी आलोक रंजन को आगामी राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है। सपा के सभी उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल कर लिया है।
क्या है वोटों का गणित
सपा दो सीट आसानी से जीत लेगी लेकिन तीसरी सीट के लिए कांग्रेस समेत अन्य छोटे दलों का सहारा लेना पड़ेगा। चुनाव होने की स्थिति में एक सीट जीतने के लिए 37 विधायकों की जरुरत होगी। इससे पहले बीजेपी ने भी सात सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए थे। इस हिसाब से सपा के तीन और बीजेपी के सात उम्मीदवार मिलाकर दस हो जाते हैं। अगर अतिरिक्त उम्मीदवार नहीं उतारा गया तो सभी उम्मीदवार निर्विरोध विजेता घोषित कर दिए जाएंगे।
पीडीए फार्मूले के तहत दिया टिकट
अखिलेश यादव ने पीडीए फार्मूले के तहत राज्यसभा का टिकट दिया है। पार्टी के दलित चेहरे रामजी लाल सुमन को राज्यसभा भेजा जा रहा है। यूपी के पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन को उच्च सदन में नामित करने का फैसला किया है। वहीं आलोक रंजन संभवतः पहले पूर्व नौकरशाह हैं जिन्हें सपा ने उच्च सदन में भेज रही है। मुलायम के वफादार रामजी लाल सुमन सपा के वरिष्ठ नेता हैं, जिन्हें हाल ही में अखिलेश यादव ने सपा का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया था। जबकि रामजी सुमन पार्टी के सबसे प्रमुख दलित चेहरों में से एक हैं। जया बच्चन आधी आबादी (आधी आबादी शामिल महिलाएं) का प्रतिनिधित्व करती हैं जो पीडीए में 'ए' को दर्शाता है। ए का मतलब आलोक रंजन द्वारा प्रतिनिधित्व की जाने वाली अगड़ी (अगड़ी जातियां) भी है।
नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 15 फरवरी
बता दें कि यूपी से दस राज्यसभा सीटें खाली हो रही हैं। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 15 फरवरी है। मतदान 27 फरवरी को होगा और नतीजे उसी दिन घोषित किए जाएंगे। सोमवार को लखनऊ में सपा मुख्यालय में हुई बैठक में तीनों नामों पर चर्चा हुई और पार्टी नेताओं ने सर्वसम्मति से अंतिम फैसला लेने के लिए अखिलेश यादव को अधिकृत किया था।