महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव के साथ यूपी की 9 सीटों पर भी विधानसभा उपचुनाव हुए। इनमें से एक सीट पर चुनाव के नतीजे घोषित हो गए हैं। हम बात कर रहे हैं कानपुर की सीसामऊ सीट की। इस सीट पर समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी ने जोरदार जीत हासिल की है। हालांकि चुनाव प्रचार के दौरान सपा प्रत्याशी के खिलाफ फतवा भी जारी कर दिया गया था, जिसके लिए बाद में उन्हें माफी भी मांगनी पड़ गई थी। हालांकि अब चुनाव के दौरान सीसामऊ की जनता ने उन्हें चुना है।
नसीम सोलंकी ने हासिल की जीत
दरअसल, सीसामऊ विधानसभा सीट पर सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने शानदार जीत हासिल की है। नसीम सोलंकी ने अपने निकटतम प्रत्याशी भाजपा के सुरेश अवस्थी को 8629 मतों से हराया। सीसामऊ सीट पर कुल 132973 वोट पड़े। इसमें से सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी को 69666 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंदी भाजपा प्रत्याशी सुरेश अवस्थी को 61037 वोट हासिल हुए। वहीं सीसामऊ सीट पर तीसरे स्थान पर वीरेंद्र कुमार रहे जिन्हें 1409 वोट मिले। इनके अलावा अशोक पासवान को 266, कृष्ण कुमार यादव को 113 वोट मिले, जबकि 482 लोगों ने नोटा का बटन दबाया।
चुनाव प्रचार के दौरान जारी किया गया फतवा
बता दें कि सीसामऊ विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार नसीम सोलंकी ने दीपावली की रात कानपुर के एक ऐतिहासिक मंदिर में शिवलिंग पर जलाभिषेक किया था। मंदिर में नसीम सोलंकी ने दीप जलाकर पूरे विधि विधान से पूजा की। इसका वीडियो सामने आने के बाद मामले ने कुछ ऐसा तूल पकड़ा कि सियासी गलियारों से लेकर मौलानाओं तक में चर्चा गर्म हो गई, और सपा प्रत्याशी के खिलाफ फतवा जारी हो गया। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने नसीम पर फतवा जारी करते हुए कह दिया कि उन्हें तौबा करनी चाहिए।
इन 9 सीटों पर हुआ उपचुनाव
बता दें कि यूपी की 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव कराया गया। इसमें मीरापुर (मुजफ्फरनगर), कुन्दरकी (मुरादाबाद), गाजियाबाद, खैर (अलीगढ़), करहल (मैनपुरी), सीसामऊ (कानपुर नगर), फूलपुर (प्रयागराज), कटेहरी (अंबेडकरनगर) और मझवां (मिर्जापुर) विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए 20 नवंबर को मतदान हुआ। जिन नौ सीट पर उपचुनाव हुआ, उनमें से आठ सीटें मौजूदा विधायकों के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद उनके विधानसभा से इस्तीफे के कारण खाली हुई हैं। वहीं एक सीट सीसामऊ में मौजूदा सपा विधायक इरफान सोलंकी को आपराधिक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द किये जाने के चलते उपचुनाव हुआ।