A
Hindi News उत्तर प्रदेश 'अपराधियों के लिए सद्भावना ट्रेन नहीं चलेगी', सीएम योगी आदित्यनाथ बोले- उनके लिए चलाएंगे बुलेट ट्रेन

'अपराधियों के लिए सद्भावना ट्रेन नहीं चलेगी', सीएम योगी आदित्यनाथ बोले- उनके लिए चलाएंगे बुलेट ट्रेन

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बारिश के दौरान बाइक सवार महिला से कुछ लोगों ने बदसलूकी की। इस मामले पर अब सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में बयान देते हुए कहा कि अपराधियों के लिए बुलेट ट्रेन चलाई जाएगी।

Sadbhavna train will not run for criminals CM Yogi Adityanath said we will run bullet train for them- India TV Hindi Image Source : PTI योगी आदित्यनाथ

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ में बुधवार को बारिश के दौरान मोटरसाइकिल सवार एक व्यक्ति और उसकी पत्नी पर सड़क पर भरा पानी उछालने और महिला को खींचकर गिराने के मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि इस घटना के अपराधियों के लिये 'सद्भावना ट्रेन' नहीं बल्कि 'बुलेट ट्रेन' चलेगी। मुख्यमंत्री के आदेश पर इस मामले में चार पुलिसकर्मियों को निलंबित किये जाने के साथ-साथ संबंधित पुलिस उपायुक्त समेत तीन वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को पद से हटा दिया गया। बृहस्पतिवार देर शाम तक इस मामले में 16 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया । आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को राज्य विधानसभा में कहा, ''कल की जो गोमती नगर की घटना है उसमें भी हम लोगों ने जवाबदेही तय की है। उसके अपराधियों की सूची भी मेरे पास आई है। पहला अपराधी पवन यादव है और दूसरा अपराधी है मोहम्मद अरबाज।'' 

सीएम योगी ने विधानसभा में जताई नाराजगी

उन्होंने तंज भरे अंदाज में कहा, ''यह सद्भावना वाले लोग हैं? यानी अब इनके लिए सद्भावना ट्रेन चलाएंगे? नहीं इनके लिए बुलेट ट्रेन चलेगी। चिंता मत करो और उस बुलेट ट्रेन की तैयारी की जा रही है। महिला सुरक्षा हमारे लिए सर्वोच्च महत्व रखती है। हमने इस बात को पहले दिन कहा था कि कोई खिलवाड़ करेगा तो उसका खामियाजा भुगतेगा।'' इससे पहले, मुख्यमंत्री के आदेश पर इस घटना के सिलसिले में बृहस्पतिवार को चार पुलिसकर्मियों को निलंबित किये जाने के साथ-साथ संबंधित पुलिस उपायुक्त समेत तीन वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को पद से हटा दिया गया। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने यहां जारी बयान में बताया कि मामले के आरोपियों को पकड़ने के लिये अपराध शाखा की टीम को भी जिम्मेदारी दी गयी है।

लखनऊ में हटाए गए पुलिसकर्मी

बयान के मुताबिक आदित्यनाथ के निर्देश पर शासन ने मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिस उपायुक्त (पूर्वी) प्रबल प्रताप सिंह, सहायक पुलिस उपायुक्त अमित कुमावत और गोमतीनगर के सहायक पुलिस आयुक्त अंशु जैन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से हटा दिया है, जबकि गोमतीनगर थानाध्यक्ष दीपक कुमार पांडेय, समतामूलक चौकी प्रभारी ऋषि विवेक, दारोगा कपिल कुमार, सिपाही धर्मवीर और सिपाही वीरेंद्र कुमार समेत चौकी के सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। बयान में बताया गया कि इस मामले में अराजक तत्वों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज करते हुए बुधवार देर रात दो आरोपियों पवन यादव और सुनील कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया था और उनकी निशानदेही पर दो अन्य आरोपियों अरबाज और विराज साहू को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। 

16 आरोपियों की हुई गिरफ्तारी

पुलिस ने बयान में कहा, “घटना का संज्ञान लेते हुए गोमती नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने अपराधियों को पकड़ने के लिए एक अपराध टीम समेत चार अलग-अलग टीमें बनाई हैं। बृहस्पतिवार शाम तक 16 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और एकत्र किए गए साक्ष्यों और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर प्राथमिकी में अतिरिक्त प्रासंगिक धाराएं जोड़ी गई हैं।" लखनऊ के पुलिस आयुक्त अमरेंद्र कुमार सेंगर ने बताया कि राजधानी में बुधवार तेज बारिश के बाद ताज होटल के निकट गोमतीनगर थाना क्षेत्र में बने अंडरपास के पास जल भराव हो गया। इस दौरान कुछ अराजक तत्वों द्वारा अंडरपास से गुजरने वाले राहगीरों के साथ आपत्तिजनक गतिविधियां करने की सूचना का संज्ञान लेते हुए गोमतीनगर में आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी। 

(इनपुट-भाषा)