झांसी से निकला अतीक का काफिला, 16 दिन में दूसरी बार पहुंचेगा प्रयागराज, भाई अशरफ को लेकर भी निकली पुलिस
माफिया झांसी के रक्सा टोल नाके पर पहुंचा, जहां से अतीक अहमद को लेकर आता काफिला यूपी में प्रवेश कर गया है। झांसी में अतीक अहमद की एंट्री सुबह 7 बजकर 41 मिनट पर हुई।
माफिया अतीक अहमद को एक बार फिर प्रयागराज लाया जा रहा है। माफिया को लेकर यूपी पुलिस मंगलवार दोपहर 2:30 बजे अहमदाबाद की साबरमती जेल से प्रयागराज के लिए रवाना हुई। माफिया का काफिला यूपी के झांसी से निकल चुका है। झांसी में अतीक अहमद की एंट्री सुबह 7 बजकर 41 मिनट पर हुई। उसे 16 दिन में दूसरी बार सड़क मार्ग से प्रयागराज लाया जा रहा है। अतीक को उमेश पाल हत्याकांड में पूछताछ के लिए लाया जा रहा है। अतीक पर उमेशपाल की हत्याकांड की साजिश रचने का आरोप है।
26 मार्च को भी अतीक को लाया गया था प्रयागराज
इससे पहले 26 मार्च को भी यूपी पुलिस अतीक अहमद को प्रयागराज लाई थी। तब उमेश पाल हत्याकांड में अतीक की कोर्ट में पेशी हुई थी। इसमें उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। इसके बाद अतीक को वापस साबरमती जेल लाया गया था। प्रयागराज की सीजेएम कोर्ट ने उमेश पाल हत्याकांड में पूछताछ के लिए एक सप्ताह पहले बी-वारंट जारी किया था। प्रयागराज पुलिस ने बी-वारंट साबरमती जेल में तामील कराया था। अब पुलिस अतीक को कोर्ट में पेश करके पूछताछ के लिए उसकी रिमांड मांगेगी।
भाई अशरफ को भी प्रयागराज लेकर निकली पुलिस
प्रयागराज पुलिस ने अतीक अहमद के भाई अशरफ को भी जिला जेल से लेकर निकल गई है। इससे पहले सूत्रों से जानकारी सामने आई थी कि अशरफ प्रयागराज की कोर्ट में पेश होगा। आदेश प्रयागराज से जिला जेल पहुंचा। उसके बाद अशरफ को लाने के लिए प्रयागराज पुलिस की टीम पहुंची। अशरफ को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच प्रयागराज जाया जा रहा है।
प्रयागराज पुलिस अशरफ को जिला जेल से लेकर निकली
अतीक की जेल में हुई मेडिकल जांच, पाया गया फिट
जेल के बाहर अतीक ने मीडिया से कहा, "मेरी तबीयत ठीक नहीं है। मुझे मारने के लिए ले जा रहे हैं।" सूत्रों के मुताबिक, अतीक की जेल में मेडिकल जांच हुई, जिसमें उसे फिट पाया गया। प्रयागराज लाने के दौरान अतीक वैन में करीब 1300 किलोमीटर का रास्ता तय करेगा। सफर 22 से 24 घंटे में पूरा होगा।
साबरमती जेल में मुझे बहुत परेशान किया जा रहा: अतीक
मध्य प्रदेश के शिवपुरी में माफिया अतीक ने कहा, "साबरमती जेल में मुझे बहुत परेशान किया जा रहा है। मैंने वहां से कोई फोन नहीं किया, वहां पर जैमर लगे हुए हैं। मैंने जेल से कोई साजिश नहीं रची। 6 साल से मैं जेल में हूं। मेरा पूरा परिवार बर्बाद हो चुका है।" माफिया ने उमेश पाल मर्डर केस में खुद को बेगुनाह बताया।
इनपुट- विकास, बरेली