रामभक्त अपनी भावनाओं का शॉर्ट वीडियो बनाएं, #ShriRamHomecoming के साथ करें शेयर, जन्मभूमि ट्रस्ट ने की अपील
राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियों के साथ ही भक्तों का उत्साह भी चरम पर है। इसबीच तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से यह अपील की गई है कि भक्त इस अवसर पर अपनी भावनों को व्यक्त करते हुए एक छोटा वीडियो बनाएं और उसे #ShriRamHomecoming के साथ करें शेयर करें।
अयोध्या: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने रामभक्तों से गुजारिश की है कि प्रभु श्री राम की पांच शताब्दी बाद अपने जन्मस्थान पर वापसी हो रही है इसलिए इस खुशी में वे अपनी भावनाओं और विचारों को शॉर्ट वीडियो बना कर सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर शेयर करें। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से यह अपील की गई है कि इस ऐतिहासिक घटना को लेकर अपने विचारों को #ShriRamHomecoming के हैशटैग के साथ पोस्ट कर सकते हैं। इस पोस्ट के साथ अपना नाम, जगह, और एक व्यक्तिगत नोट लिख सकते हैं। ट्रस्ट ने कहा कि आइए हम सभी सामूहिक रूप से भगवान राम की वापसी का जश्न मनाएं।
22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले राम मंदिर की औपचारिक गतिविधियां आज मंदिर परिसर में शुरू हो गईं। ये अनुष्ठान 21 जनवरी तक जारी रहेंगे। 22 जनवरी को राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के लिए विधि-विधान के साथ समारोह होंगे। मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने बताया कि 11 पुजारी विभिन्न देवताओं और देवताओं का आह्वान करने के लिए अनुष्ठान कर रहे हैं, यह अनुष्ठान शुरू हो गया है और 22 जनवरी तक जारी रहेगा।
बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह वाले दिन पूरा परिसर संगीतमय रहेगा। इस मौके पर उत्तर प्रदेश की बांसुरी तथा ढोलक से लेकर तमिलनाडु के मृदंग जैसे देशभर के विभिन्न शास्त्रीय वाद्ययंत्र बजाये जाएंगे। मंदिर न्यास की ओर से यह जानकारी दी गई। ‘श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ के महासचिव चंपत राय ने बताया कि 22 जनवरी को भव्य समारोह के दौरान प्रस्तुति के लिए भारत के विभिन्न हिस्सों से संगीतकारों का चयन किया गया है। लोगों द्वारा ‘‘अधूरे मंदिर’’ में समारोह आयोजित को लेकर उठाये जा रहे सवालों पर राय ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मैं किसी भी आलोचना का जवाब नहीं दूंगा।’’
‘श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ के महासचिव चंपत राय ने बताया कि मंदिर में रामलला की मूर्ति की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ का कार्यक्रम दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा और दोपहर एक बजे तक इसके पूरा होने की उम्मीद है। राय ने बताया कि यह समारोह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मंदिर न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास की गरिमामय उपस्थिति में होगा। उन्होंने बताया कि यहां करीब आठ हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है।
चंपत राय ने बताया कि चयनित संगीतकार अपने-अपने क्षेत्रों के भारतीय परंपरा से जुड़े विभिन्न प्रकार के ‘‘वाद्य यंत्र’’ (संगीत वाद्ययंत्र) बजाएंगे। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश से बांसुरी और ढोलक, कर्नाटक से वीणा, महाराष्ट्र से सुंदरी, पंजाब से अलगोजा, ओडिशा से मर्दला, मध्य प्रदेश से संतूर, मणिपुर से पुंग, असम से नगाड़ा और काली, छत्तीसगढ़ से तंबूरा, बिहार से पखावज, दिल्ली से शहनाई और राजस्थान से रावणहत्था बजाने वाले कलाकर शामिल होंगे। पश्चिम बंगाल के श्रीखोल और सरोद, आंध्र प्रदेश से घटम, झारखंड से सितार, तमिलनाडु से नादस्वरम और मृदंग, और उत्तराखंड से हुड़का कलाकर भी कार्यक्रम में भाग लेंगे। राय ने बताया कि जब अनुष्ठानिक मंत्रोच्चार या कोई संबोधन नहीं हो रहा होगा तब ये कलाकर वाद्ययंत्र बजाएंगे। राय ने बताया कि मेहमानों के लिए जलपान तथा दोपहर के भोजन की व्यवस्था की जाएगी और पेयजल, शौचालय तथा जूता रखने की जगह सहित अन्य की व्यवस्था की गई है। मंदिर न्यास की ओर से ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के लिए सात हजार से अधिक लोगों को आमंत्रित किया गया है। (इनपुट-एजेंसी)