एक तरफ राम मंदिर के उद्घाटन का वक्त बेहद करीब आ चुका है तो दूसरी तरफ अब तक बयानबाजियों का सिलसिला नहीं थमा है। एक बार फिर यूपी की सियासत में कारसेवकों पर 1990 में हुई फायरिंग की घटना पर बहस छिड़ गई है। बीते दिनों सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी गोली चलाने की घटना को जायज बताया था। वहीं, अब समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता शिवपाल यादव ने भी इस मामले में अपनी राय सामने रखी है।
गोली चलाना जरूरी था- शिवपाल
समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल यादव ने अयोध्या में 1990 में कारसेवकों पर फायरिंग की घटना को सही ठहराया है। शिवपाल यादव ने कहा है कि लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन रखने के लिए ये जरूरी कदम था। बता दें कि अयोध्या में पुलिस की फायरिंग में राम मंदिर आंदोलन से जुड़े कई कारसेवकों की मौत हो गई थी। तब यूपी में मुलायम सिंह यादव की समाजवादी पार्टी की सरकार थी।
अखिलेश ने प्राण प्रतिष्ठा में जाने से किया इनकार
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अयोध्या राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में जाने के इनकार कर दिया है। अखिलेश यादव ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय को जानकारी देते हुए निमंत्रण के लिए धन्यवाद एवं समारोह के सकुशल संपन्न होने की हार्दिक शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा है कि वह प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद सपरिवार राम मंदिर में दर्शन के लिए आएंगे।
अखिलेश ने प्रायश्चित का मौका गंवाया- केशव मौर्य
India Tv की ओर से आयोजित 'संवाद' कार्यक्रम में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि अखिलेश यादव का परिवार कारसेवकों पर गोली चलाने का अपराधी है। अखिलेश यादव ने निमंत्रण को ठुकरा कर प्रायश्चित का मौका गंवा दिया है। वहीं, उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी को तुष्टिकरण करने की आदत हो चुकी है।
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