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Hindi News उत्तर प्रदेश अयोध्या में दिखेगी साउथ कोरिया की झलक, 'क्वीन हो पार्क' में अवध के कल्चर का भी होगा दीदार

अयोध्या में दिखेगी साउथ कोरिया की झलक, 'क्वीन हो पार्क' में अवध के कल्चर का भी होगा दीदार

यूपी में पर्यटन और धार्मिक आस्था के केंद्र के तौर पर उभर रहे अयोध्या में पर्यटकों के लिए अब और सुविधाएं मिलेंगी। यहां पर क्वीन हो पार्क को जल्द ही खोल दिया जाएगा। इस पार्क में भारतीय संस्कृति के साथ-साथ कोरिया की संस्कृति को भी दिखाया जाएगा।

'क्वीन हो पार्क' में अवध के कल्चर का भी होगा दीदार।- India TV Hindi Image Source : FILE 'क्वीन हो पार्क' में अवध के कल्चर का भी होगा दीदार।

अयोध्या: साउथ कोरिया से अयोध्या का संबंध मधुर करने के लिए सरयू तट पर स्थित क्वीन हो कोरियाई पार्क जल्द ही पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। इसमें पर्यटकों के रुकने के लिए कॉटेज और रेस्टोरेंट जैसी सुविधाएं होंगी। बता दें कि अयोध्या में 2018 के दीपोत्सव आयोजन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और साउथ कोरिया की प्रथम महिला किम जोंग सुक ने संयुक्त रूप से क्वीन हो पार्क के नवीनीकरण का शिलान्यास किया था। इस पार्क के संचालन के लिए दिल्ली की कार्यदाई संस्था आईएचडब्ल्यूएचसी को दायित्व सौंपा गया है।

पार्क में होंगी ये सुविधाएं

दरअसल, सरयू तट पर 2000 वर्ग मीटर में फैले क्वीन हो मेमोरियल पार्क का निर्माण सितंबर 2019 में शुरू हुआ। नवंबर 2021 में इसका कार्य पूर्ण हो गया। इसमें मेडिटेशन हॉल, क्वीन पवेलियन, किंग पवेलियन, वाटर टैंक, फुट ओवर ब्रिज, सब स्टेशन, ट्यूबवेल, पाथवे, शौचालय, फाउंटेन, लैंडस्केपिंग, स्कल्पचर, गार्ड रूम, म्यूरल, ऑडियो-वीडियो सिस्टम, बाउंड्री वॉल, पार्किंग व तालाब का निर्माण किया गया है।

साउथ कोरिया और भारतीय कल्चर दिखेगा साथ

क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी राजेन्द्र यादव ने बताया कि पार्क के संचालन के लिए इसे निजी संस्था को सौंपा गया है। यह पार्क साउथ कोरिया और भारत सरकार की संयुक्त योजना के तहत बना है। इसमें कोरिया और अवध क्षेत्र की सामाजिक व सांस्कृतिक पहलुओं को दिखाया गया है। पार्क में अवध की संस्कृति को दर्शाने के लिए अवध पवेलियन और कोरिया के कल्चर को दर्शाने वाली कोरियन पवेलियन के साथ ही समुद्र को दिखाने के लिए वाटर बॉडी बनी है।

निशुल्क प्रवेश रखने पर चल रहा विचार

कार्यदाई संस्था के डायरेक्टर सौरभ जैन ने बताया कि अयोध्या और कोरिया को जोड़ने वाले इस पार्क में किसी भी प्रकार का प्रवेश शुल्क नहीं रखे जाने पर विचार किया जा रहा है। इसके साथ ही आने वाले पर्यटकों के माध्यम से ही यहां की व्यवस्था भी संचालित हो इसके लिए कोरियन शैली के वेज रेस्टोरेंट, कोरिया में प्रचलित सामानों की दुकानें, बाहर से आने वालों के ठहरने के लिए लग्जरी कॉटेज, कांफ्रेंस हॉल, मनोरंजन केंद्र, कोरियन-इंडियन कल्चर के कार्यक्रमों के आयोजनों के लिए हॉल शामिल है। (इनपुट- आईएएनएस)

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