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Hindi News उत्तर प्रदेश अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने लाइसेंसी बंदूक परिसर में लाने की इजाजत मांगी, कहा- मेरी जान को खतरा

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने लाइसेंसी बंदूक परिसर में लाने की इजाजत मांगी, कहा- मेरी जान को खतरा

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने अपनी जान को खतरा बताया है और लाइसेंसी बंदूक को परिसर में लाने की इजाजत मांगी है।

Aligarh Muslim University- India TV Hindi Image Source : INDIA TV मारपीट का वीडियो हुआ था वायरल

अलीगढ़: यूपी के अलीगढ़ से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां के प्रतिष्ठित अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने लाइसेंसी बंदूक को परिसर में लाने की इजाजत मांगी है। प्रोफेसर ने अपनी जान का खतरा होने की बात कही है।

क्या है पूरा मामला?

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के मनोविज्ञान विभाग के एक प्रोफेसर ने अपनी जान को खतरा बताया है। उन्होंने परिसर में अपनी लाइसेंसी बंदूक ले जाने की अनुमति मांगी है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। 

उन्होंने अलीगढ़ जिला मुख्यालय के सिविल लाइंस थाने में एक शिकायत भी दर्ज कराई है, जिसमें प्रोफेसर एस एम खान ने दावा किया है कि 21 नवंबर को मनोविज्ञान विभाग के अध्यक्ष के कार्यालय में एक वरिष्ठ सहकर्मी के साथ हुई झड़प के कारण यह हालात बन गए हैं।

हालही में प्रोफेसर खान और उनके वरिष्ठ सहकर्मी के साथ हुई झड़प का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो गया, जिसमें दोनों के बीच हाथापाई दिखाई दे रही है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस घटना को संज्ञान में लिया है। क्षेत्राधिकारी (सिविल लाइंस) अशोक कुमार सिंह ने शिकायत दर्ज होने की पुष्टि करते हुए बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद इस मुद्दे पर आगे की कार्रवाई होगी।

वहीं इस मामले में एएमयू प्रवक्ता और जनसंपर्क प्रभारी प्रोफेसर असीम सिद्दीकी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया इस मामले को विश्वविद्यालय ने बहुत गंभीरता से लिया है। आधिकारिक जांच की रिपोर्ट अगले दो सप्ताह में आने की उम्मीद है। गौरतलब है कि  अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय देश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में से एक है। ऐसे में वहां प्रोफेसर को जान का खतरा होने की बात सामने आने के बाद सभी हैरान हैं और विश्वविद्यालय पर सवाल उठा रहे हैं। देखना ये होगा कि इस मामले में क्या कार्रवाई होती है क्योंकि स्टूडेंट्स भी इस मामले को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं। (इनपुट: भाषा)