iPhone खरीदने के लिए 18 साल के लड़के ने कर दी बुजुर्ग की हत्या, सबूत मिटाने के लिए जलाया बिस्तर, ऐसे हुआ खुलासा
प्रयागराज में एक बुजुर्ग की आईफोन के लालच में हत्या का मामला सामने आया है। हत्या के आरोपी युवक की उम्र महज 18 साल है। उसने पुलिस को भी गच्चा देने की कोशिश की।
प्रयागराज: यूपी के प्रयागराज से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक 18 साल के लड़के ने आईफोन के लिए एक बुजुर्ग की हत्या कर दी। सबूत मिटाने के लिए उसका बिस्तर भी जला दिया। हालांकि इस हत्यारे ने चालाकी से बचने की कोशिश तो बहुत की लेकिन पुलिस के आगे उसके सारे पैंतरे फेल हो गए।
क्या है पूरा मामला?
प्रयागराज की करेली पुलिस ने 18 साल के एक ऐसे हत्यारे को गिरफ्तार किया है, जिसने हत्या के बाद बड़े शातिर तरीके से सबूत मिटाने की कोशिश की। लेकिन ACP पुष्कर वर्मा और उनकी टीम ने जब जांच-पड़ताल की तो हत्या की पूरी गुत्थी सुलझ गई और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
पकड़े गए लड़के ने ये कत्ल बुजुर्ग के बैंक में जमा पैसों के लिए किया था और यही पैसा खर्च करना उसके खिलाफ सुबूत बन गया और ये पकड़ा गया। शातिर हत्यारे ने हत्या के बाद मृतक के बेड में आग लगा दी थी और बिजली के तारों को कुछ इस तरह से सेट किया था कि पुलिस को ये लगने लगे कि ये मौत करंट लगने से हुई।
शुरुआती जांच में पुलिस को भी यही लगा लेकिन एक आईपीएस अधिकारी ने जब बारीकी से पड़ताल की तो इस हत्या का राज और इसके पीछे की वजह सामने आ गई।
ऐसे दिया गया वारदात को अंजाम
प्रयागराज के करेली के रहने वाले चन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव घर में अकेले रहा करते थे। बगल में पड़ोसी के लड़के आदित्य मौर्या से उनकी काफी बनती थी। एक दिन घर का AC काम नहीं कर रहा था तो चन्द्र प्रकाश ने आदित्य से सर्विस सेंटर को फोन करने को कहा।
तब आदित्य ने चन्द्र प्रकाश से कहा कि सर्विस सेंटर वाले ज्यादा पैसा चार्ज करेंगे। इसी दौरान चन्द्र प्रकाश ने आदित्य को अपनी बैंक की पासबुक दिखाई और कहा कि उनके पास पैसों की कमी नहीं है। जितना कहा गया है, उतना करो। उसके बाद आदित्य का दिमाग बुजुर्ग के बैंक में जमा पैसों पर लग गया और वह इस पैसे को हथियाने की जुगाड़ में लग गया।
एक दिन आदित्य ने चन्द्र प्रकाश का एटीएम चुरा लिया और उसका पिन नंबर भी उसने पता कर लिया। जब वो ATM से पैसा निकालता तो मैसेज चन्द्र प्रकाश के पास जाता। ऐसे में आदित्य ने उसका मोबाइल चुराने का प्लान बनाया और रात के अंधेरे में वो चन्द्र प्रकाश के घर मे घुस गया।
आदित्य ने मोबाइल तो चुरा लिया लेकिन उसका पैर टेबल से टकरा गया गया, जिससे टेबल गिरा और चन्द्र प्रकाश जाग गए। चन्द्र प्रकाश ने पीछे से आदित्य को पकड़ा लेकिन आदित्य ने दरवाजे को इतनी जोर से धक्का दिया कि दरवाजे के पल्ले से चन्द्र प्रकाश के सिर पर गहरी चोट लगी और वो गिर गए।
दूसरे दिन आदित्य ने देखा कि चन्द्र प्रकाश के घर से कोई आवाज नहीं आ रही तो वह उनके घर में जायजा लेने पहुंचा। इस दौरान उसने देखा कि चन्द्र प्रकाश मृत पड़े थे। इस पर शातिर दिमाग आदित्य ने इस घटना को हादसे का रूप देने की कोशिश की।
आदित्य ने पहले जमीन पर पड़े शव को बिस्तर पर रखा और उसके बाद बिजली के तारों को बेड पर फैलाकर बेड में आग लगा दी। आग से पूरा बेड जल गया और चन्द्र प्रकाश की बॉडी भी थोड़ी जल गई। सूचना पर पुलिस पहुंची और जांच पड़ताल में मामला चोरी का लगा।
IPS पुष्कर वर्मा को थोड़ा शक हुआ तो उन्होंने चन्द्र प्रकाश के बैंक अकाउंट और मोबाइल की डिटेल निकलवाई। बैंक डिटेल से पता चला कि चन्द्र प्रकाश की मौत के बाद उनके ATM से आई फोन और महंगे ईयर बड खरीदे गए हैं। इसके बाद पुलिस ने उस दुकानदार का पता कर लिया, जिससे आदित्य ने आईफोन खरीदा था।
पुलिस ने CCTV खंगाला तो सब साफ हो गया क्योंकि आदित्य पैसों से कमजोर था और आईफोन नहीं खरीद सकता था। पुलिस ने आदित्य को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो हत्या की बात उसने कबूल कर ली। उसने बताया कि चन्द्र प्रकाश ने अपने पैसों के बारे में उसे बताया था और चन्द्र प्रकाश के ATM से वो लगातार पैसा निकाल रहा था। उसने बताया कि ये हत्या उससे अनजाने में हुई है। पुलिस उस तक न पहुंचे, इसलिए उसने बेड पर आग लगा दी थी, ताकि पुलिस को लगे कि ये मौत करंट लगने से हुई है।
पुलिस का सामने आया बयान
ACP अतरसुईया पुष्कर वर्मा ने बताया कि चन्द्र प्रकाश और आदित्य में काफी अच्छे संबंध थे, जिसकी वजह से उसने ATM और उसका PIN नम्बर हासिल कर लिया था। मोबाइल पर मैसेज से पैसों की बात पता चल जाती, इसलिए उसने मोबाइल चुराकर उसका सिम यूज़ किया था, जबकि मोबाइल फेंक दिया। इन्हीं सबूतों के आधार पर पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई और हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया। ACP के मुताबिक, आरोपी आदित्य ओवर कांफिडेंस में था, इसीलिए कहीं भागा भी नहीं।