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Hindi News उत्तर प्रदेश मथुरा में पानी की टंकी गिरने के मामले में बड़ी कार्रवाई, पुलिस ने की पहली गिरफ्तारी

मथुरा में पानी की टंकी गिरने के मामले में बड़ी कार्रवाई, पुलिस ने की पहली गिरफ्तारी

पुलिस ने पानी की टंकी गिरने के बाद हुए हादसे के मामले में पहली गिरफ्तारी कर ली है। पुलिस ने टंकी का निर्माण करने वाली कंपनी के मालिक को गिरफ्तार किया है। वहीं अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।

पानी की टंकी गिरने के मामले में हुई पहली गिरफ्तारी।- India TV Hindi Image Source : INDIA TV पानी की टंकी गिरने के मामले में हुई पहली गिरफ्तारी।

मथुरा: जिले के बीएससी इंजीनियरिंग कॉलेज रोड पर कृष्ण विहार में पानी की टंकी गिरने के मामले में पहली गिरफ्तारी कर ली गई है। पुलिस ने टंकी का निर्माण करने वाली कंपनी के मालिक को गिरफ्तार कर लिया है। पानी की टंकी का निर्माण करने वाली कंपनी के मालिक का नाम त्रिलोक सिंह रावत है, जिसे गिरफ्तार किया गया है। त्रिलोक सिंह रावत उत्तराखंड के नैनीताल का रहने वाला है। वहीं कोतवाली पुलिस ने दिल्ली-आगरा हाईवे के पास राजीव नगर से उसे गिरफ्तार किया है। इसके अलावा पुलिस की टीमें आगरा की मैसर्स एसएम कन्स्ट्रक्शन व मैसर्स बनवारी के स्वामियों की तलाश में लगातार दबिश दे रही हैं। 

30 जून को हुई थी घटना

दरअसल, कृष्ण विहार में करोड़ों की लागत से बनी पानी की टंकी 30 जून को अचानक धराशायी हो गई थी। पानी टंकी गिरने के बाद हुए हादसे में करीब 11 लोग घायल हो गये, जबकि चार लोगों की मौत हो गई। सभी घायलों को मथुरा के जिला अस्पताल में भर्ती कर दिया गया था। घटनास्थल पर जिले के सभी आला अधिकारी पहुंचकर मामले का जायजा लिया। साथ ही मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की गईl इसके अलावा पानी की टंकी बनाने वाले ठेकेदार कंस्ट्रक्शन कंपनी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया था।

कार्रवाई की मांग कर रहे पीड़ित

बता दें कि 2021 में बनी पानी की टंकी का रखरखाव मथुरा वृंदावन नगर निगम द्वारा किया जा रहा था। इसमें से पिछले काफी समय से पानी निकल रहा था। स्थानीय लोगों ने जब नगर निगम से इसकी शिकायत की तो नगर निगम के द्वारा शिकायतकर्ताओं के खिलाफ उल्टी कार्रवाई की गई। वहीं पानी की टंकी गिरने के बाद टंकी बनाने वाले ठेकेदार और उसकी कंपनी के खिलाफ मथुरा की शहर कोतवाली थाने में मुकदमा लिखा गया l फिलहाल सभी मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 5-5 लाख रुपये का मुआवजा दे दिया गया है। वहीं मृतकों के परिजनों की निष्पक्ष जांच के बाद कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। (इनपुट- मोहन श्याम शर्मा)

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