अयोध्याः राम मंदिर में पहले दिन ही टूटा रिकॉर्ड, इतने लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन, देखें- तस्वीरें
Ayodhya Ram Mandir: राम मंदिर के कपाट आम जनता के लिए मंगलवार सुबह खुल गए। दिन चढ़ने के साथ भीड़ भी बढ़ने लगी और लोग मुख्य प्रवेश द्वार की ओर बढ़ने लगे।
अयोध्या में भव्य राममंदिर में रामलला की नई मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा के एक दिन बाद मंगलवार को आम जनता के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए गए। मंदिर में दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षाकर्मियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। मिली जानकारी के अनुसार, पहले दिन पांच लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीराम के दर्शन किए।
धक्का-मुक्की में 4 श्रद्धालु बेहोश
उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि करीब पांच लाख श्रद्धालुओं ने मंगलवार को मंदिर में रामलला के दर्शन किए, जबकि बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए मंदिर परिसर के बाहर इंतजार करते रहे। जब लोग धक्का-मुक्की करते हुए मंदिर की ओर बढ़े तो कम से कम चार श्रद्धालु बेहोश हो गए। इस दौरान कई अन्य लोग भी घायल हो गये।
प्रमुख सचिव और स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था भी अयोध्या में डटे
यूपी के सूचना निदेशक शिशिर ने कहा कि आठ हजार से अधिक पुलिसकर्मी व्यवस्थाओं में लगे हैं और सब कुछ नियंत्रण में है। विशेष महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार और प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद भी मंदिर के अंदर तैनात थे और व्यवस्थाओं की देखरेख कर रहे थे।
कड़ाके की ठंड पर भारी पड़ी श्रद्धा-भक्ति
भगवान राम के चित्र वाले झंडे लेकर और जय श्री राम के नारे लगाते हुए भक्त कड़ाके की ठंड में भव्य मंदिर के कपाट खुलने से घंटों पहले से इंतजार करते रहे। पंजाब से आये भक्त मनीष वर्मा ने कहा, बहुत खुशी महसूस हो रही है, मेरे जीवन का उद्देश्य पूरा हो गया है। हमारे पूर्वजों ने इसके लिए संघर्ष किया और अब इसे साकार किया गया है। व्यवस्था इसी तरह जारी रहनी चाहिए और भगवान राम का नाम युगों-युगों तक कायम रहना चाहिए।
क्या बोले श्रद्धालु
भीड़ में बिहार के मधेपुरा जिले के नीतीश कुमार भी शामिल थे जो 600 किलोमीटर से अधिक साइकिल चलाकर अयोध्या पहुंचे। उन्होंने से कहा बहुत भीड़ है लेकिन मुझे उम्मीद है कि मुझे आज दर्शन करने का मौका मिलेगा। मेरी इच्छा पूरी होने पर मैं वापस अपनी यात्रा शुरू करूंगा। हालांकि, मैं सोमवार को मंदिर नहीं जा सका। राजस्थान के सीकर के अनुराग शर्मा को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन मंदिर की प्रतिकृति लेकर घूमते देखा गया।
उन्होंने कहा, मैं इस मॉडल को अपने गृहनगर से साथ लाया था। मैं पहली उड़ान से अयोध्या पहुंचा और तब से यहीं हूं। मैं रामलला के दर्शन करने के बाद ही वापस जाऊंगा। पदयात्रा करने वाले आठ सदस्यीय समूह के सदस्य सुनील माधो ने कहा, ‘‘राम लला ने हमें छत्तीसगढ़ से पूरे रास्ते चलने की शक्ति दी और अब वह ही हमें इस भीड़ से निकालेंगे ताकि हम उनका आशीर्वाद ले सकें।
लोगों ने सुनाई अपनी कहानी
कुछ दिन पहले अयोध्या पहुंचे महाराष्ट्र के मूल निवासी गोपाल कृष्ण ने कहा,‘‘हम कुछ दिन पहले यहां आए थे क्योंकि भगवान राम ने हमें बुलाया था। लोग हमें यात्रा न करने के लिए कह रहे थे क्योंकि पुलिस यात्रा पर प्रतिबंध लगा देगी और होटलों में कमरे उपलब्ध नहीं होंगे। हम एक आश्रम में रह रहे हैं और यही वह दिन है जिसका हम इंतजार कर रहे थे। गोपाल कृष्ण के साथ उनके कुछ दोस्त भी थे जिनके साथ उन्होंने चार पहिया वाहन से अकोला जिले से अयोध्या तक की यात्रा की।
(इनपुट- भाषा से भी)