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Hindi News उत्तर प्रदेश मंत्री पद नहीं मिला तो फिर यू-टर्न लेंगे ओमप्रकाश राजभर? जानिए, NDA छोड़ने के सवाल पर क्या कहा

मंत्री पद नहीं मिला तो फिर यू-टर्न लेंगे ओमप्रकाश राजभर? जानिए, NDA छोड़ने के सवाल पर क्या कहा

समाजवादी पार्टी छोड़कर फिर से भाजपा की तरफ आने वाले ओमप्रकाश राजभर फिर से यू-टर्न लेंगे? ऐसा सवाल पूछे जाने पर सुभासपा नेता ओमप्रकाश राजभर ने कहा है कि मंत्री पद उनके लिए मायने नहीं रखता। बता दें कि ओमप्रकाश राजभर से भदोही में पत्रकारों ने मंत्री पद को लेकर सवाल किए।

NDA छोड़ने के सवाल पर बोले ओमप्रकाश राजभर।- India TV Hindi Image Source : PTI NDA छोड़ने के सवाल पर बोले ओमप्रकाश राजभर।

भदोही: यूपी में हाल ही में हुए उपचुनाव के दौरान भाजपा के खेमें में आने वाले सुभासपा नेता ओमप्रकाश राजभर हमेशा अपने बयानों से चर्चा में बने रहते हैं। माना जा रहा था कि उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री का पद दिया जाएगा। इसको लेकर उन्होंने खुद भी कई बार बयान दिए हैं। वहीं अब उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रिपरिषद में शामिल किए जाने की अटकलों के बीच सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि उनके लिए मंत्री पद ज्यादा महत्व नहीं रखता। 

2024 के लोकसभा चुनाव में हम राजग के साथ

दरअसल, ओमप्रकाश राजभर से भदोही में पत्रकारों ने सवाल किया। उनसे पूछा गया कि अगर उन्हें मंत्री पद नहीं दिया गया तो क्या वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के साथ बने रहेंगे। इस पर राजभर ने कहा कि याद रखें जब मैं सपा (समाजवादी पार्टी) के साथ था, तो मैंने कहा था कि भले ही हमें एक भी सीट नहीं मिले, लेकिन हम सपा के साथ रहेंगे। दस सितंबर को राजभर ने विश्वास जताया था कि घोसी विधानसभा उपचुनाव हारने वाले भाजपा के दारा सिंह चौहान के साथ उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री बनाया जाएगा। उन्होंने 12 नवंबर को भी यही बात दोहराई। राजभर ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से बात की थी। कुछ चीजें हैं, जो पहले से ही तय हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में हम राजग के साथ हैं। मंत्री पद हमारे लिए ज्यादा मायने नहीं रखता। यह केवल एक साधन है।

सुभासपा सभी 75 जिलों में सक्रिय

ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि एक व्यक्ति जिसने समाज के हित के लिए मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया, उसके लिए मंत्री पद का क्या महत्व है? उन्होंने कहा कि सुभासपा राज्य में विस्तार कर रही है और सभी 75 जिलों में सक्रिय है। सुभासपा ने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में उत्तर प्रदेश में 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ा और छह सीटें जीतीं थी। बाद में पार्टी ने राष्ट्रपति पद के लिए राजग उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन किया, जबकि समाजवादी पार्टी ने यशवंत सिन्हा का समर्थन किया था। इस साल जुलाई में सुभासपा औपचारिक रूप से राजग में शामिल हो गई। 

यूपी विधानसभा में सुभासपा के 6 विधायक

फिलहाल उत्तर प्रदेश विधानसभा में सुभासपा के छह विधायक हैं। सुभासपा ने 2017 में भाजपा के साथ गठबंधन में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ा और चार सीटें जीतीं थी। योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री के रूप में पहले कार्यकाल के दौरान राजभर को भी मंत्री बनाया गया था। हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा और सुभासपा की राहें अलग हो गई थीं। राजभर की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद जुलाई में सुभासपा फिर से राजग में लौट आई।

(इनपुट: भाषा)

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