'जो भैया प्लेट देते हैं उन्होंने...', नोएडा के नामी स्कूल में साढ़े तीन साल की बच्ची से डिजिटल रेप, क्लास टीचर समेत 3 अरेस्ट
नोएडा में एक नामी स्कूल में बच्ची से डिजिटल रेप की घटना सामने आई है। स्कूल के एक कर्मचारी ने महज साढ़े तीन साल की बच्ची के साथ यह घिनौनी हरकत की। बच्ची के पिता ने स्कूल मैनेजमेंट पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं।
उत्तर प्रदेश के नोएडा के एक नामी स्कूल में पढ़ने वाली करीब साढ़े तीन साल की एक बच्ची से ‘डिजिटल रेप’ के लिए पुलिस ने आरोपी को दबोच कर पहले ही जेल भेज दिया था। इसके बाद गुरुवार को स्कूल के कार्यालय प्रशासक और बच्ची की क्लास टीचर को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दयामय महतो और मधु मेनघानी के रूप में हुई है तथा इन्हें शुक्रवार सुबह न्यायालय में पेश किया जाएगा। दोनों पर आरोप है कि उन्होंने इस घटना को छिपाने और सबूत मिटाने की कोशिश की।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि इस मामले में मुख्य आरोपी को पुलिस ने 11 अक्टूबर को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया था, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
क्या है पूरा मामला?
यह पूरा मामला कोतवाली सेक्टर-20 का है। स्कूल में काम करने वाले एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नित्यानंद ने बच्ची के साथ यह घिनौना काम किया। इसके बाद बच्ची की क्लास टीचर ने उसे डराकर घर पर इस बारे में कुछ न बताने को कहा। मामला तब सामने आया जब 8 अक्टूबर को बच्ची ने पेट दर्द की शिकायत की। प्यार से जब परिजनों ने बच्ची से घटना के बारे में पूछा तो उसने बताया कि स्कूल में जो भैया प्लेट देते हैं, उन्होंने दो दिन पहले कुछ चुभाया था तभी से दर्द हो रहा है। किसी को बताने पर मारने की धमकी भी दी थी। जब पेरेंट्स बच्ची को डॉक्टर के पास ले गए, तब डॉक्टर ने भी बोला कि बच्ची के साथ कुछ गलत हुआ है। इसके बाद उन्होंने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 10 अक्टूबर को मुख्य आरोपी नित्यानंद को गिरफ्तार कर लिया। वह स्कूल में हाउसकीपिंग का काम करता था।
बच्ची के पिता ने शिकायत में बताया, ‘‘मेरी बच्ची जो महज तीन वर्ष सात माह की है। वह नोएडा के सेक्टर-27 स्थित नामी स्कूल के जूनियर विंग में पढ़ती है। सात अक्टूबर को स्कूल से आने के बाद उसने पेट में दर्द होने की शिकायत की। पूछने पर कुछ नहीं बताया और खाना खाकर सो गई।’’ पत्र के मुताबिक, ‘‘उसी दिन रात करीब आठ बजे के बच्ची ने दर्द की शिकायत की। प्यार से पूछने पर उसने रो-रोकर पूरी कहानी बयां की। फिर उसे डॉक्टर के पास ले गया जहां डॉक्टर ने जांच के बाद बताया कि बच्ची के साथ यौन उत्पीड़न हुआ है।’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘बच्ची ने आरोपी को पहचान लिया जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया।’’
किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा- पुलिस
पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान यह पाया गया कि गुरुवार को गिरफ्तार किये गये आरोपियों ने घटना को छुपाने का प्रयास किया इसलिए उनके खिलाफ ये कार्रवाई की गई। उन्होंने बताया कि थाना सेक्टर 20 में आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 65 (2), 5(एफ)(एम), छह और यौन अपराधों से बच्चों का सरंक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
नोएडा एडीसीपी मनीष कुमार मिश्रा ने बताया कि जांच के दौरान यह पता चला कि स्कूल प्रशासन ने भी इस मामले में गलती की है। इसलिए कक्षा अध्यापिका मधु मेनघानी और स्कूल के कार्यालय प्रशासक दयामय महतो को भी गिरफ्तार किया गया है। इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
क्या है डिजिटल रेप?
जब पहली बार इस नाम को सुनते हैं तो जहन में आता है कि ये जरूर वर्चुअली किया गया यौन उत्पीड़न होगा लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। बिना अनुमति बच्ची या महिला के साथ उंगलियों या हाथ-पैर के अंगूठे से यौन उत्पीड़न किया जाता है तो उसे ‘डिजिटल रेप’ कहते हैं। यह वह अपराध है, जिसमें बिना किसी की मर्जी के उंगलियों से या हाथ-पैर के अंगूठे से जबरदस्ती पेनेट्रेशन किया जाता है। डिजिटल रेप में डिजिट शब्द का अर्थ इंग्लिश के फिंगर, थंब या पैर के अंगूठे से है। (भाषा इनपुट्स के साथ)
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