ग्रेटर नोएडाः यमुना एक्सप्रेसवे के 'जीरो पॉइंट' पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को पुलिस ने फिर से गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही देर रात धरना स्थल खाली को खाली करवा दिया। वहीं, बिना अनुमति के धरना देने के लिए जीरो पाइंट से दलित प्रेरणा स्थल नोएडा की ओर निकले 34 किसान गुरुवार सुबह गिरफ्तार किए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक देर रात भारी संख्या में पुलिस बल के साथ अधिकारी पहुंचे और धरना दे रहे किसानों को गिरफ्तार कर एरिया को खाली करवा लिया है। बुधवार को किसानों ने ज़ीरो पॉइंट पर पंचायत बुलाई थी, यह पंचायत मंगलवार को हुई किसानों की गिरफ्तारी के विरोध में बुलाई गयी थी।
126 किसानों को जेल से किया गया था रिहा
जानकारी के अनुसार, पंचायत के दबाव में पुलिस ने सभी 126 किसानों को जेल से रिहा कर दिया था लेकिन देर रात फिर उन्हें गिरफ्तार किया गया है। जबकि बुधवार शाम को किसानों और अधिकारियों के बीच हुई वार्ता में यह तय किया गया था कि रात में किसान ज़ीरो पॉइंट पर रहेंगे और आज सुबह वार्ता कर प्रेरणा स्थल पर दोबारा धरना शुरू करने को लेकर फैसला किया जाएगा। दरअसल जेल से छूटने के बाद किसान अपनी मांगों को लेकर प्रेरणा स्थल पर धरना देने की योजना बना रहे थे।
किसानों ने किया था ये दावा
इससे पहले आंदोलनकारी किसान समूहों ने बुधवार को यमुना एक्सप्रेसवे पर 'जीरो पॉइंट' पर बैठक की और दावा किया कि उनके विरोध ने उत्तर प्रदेश सरकार को दिल्ली-नोएडा सीमा पर उनके धरना स्थल से एक दिन पहले गिरफ्तार किए गए सभी प्रदर्शनकारियों को रिहा करने के लिए मजबूर किया है। रिहा होने के बाद, किसान 'जीरो पॉइंट' पर 'किसान महापंचायत' में शामिल हुए जहां उनकी मांगें पूरी होने तक विरोध जारी रखने का निर्णय लिया गया। किसान नेताओं ने कहा था कि विरोध स्थल बदलने पर गुरुवार को फैसला लिया जाएगा। बता दें कि 'जीरो पॉइंट' गौतम बुद्ध नगर जिले के ग्रेटर नोएडा शहर में नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे के जोड़ने वाले बिंदु पर एक स्थान को संदर्भित करता है।
कई जिलों के किसान दे रहे थे धरना
बता दें कि महापंचायत स्थल पर बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हापुड, गाजियाबाद, शामली, बागपत, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर और मेरठ से बड़ी संख्या में किसान पहुंचे थे। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किये गये थे। महापंचायत ने किसानों की सभी मांगें पूरी होने तक धरना जारी रखने का फैसला किया था।
(पीटीआई इनपुट के साथ)