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Hindi News उत्तर प्रदेश ट्रेडिंग से पैसे कमाने का लालच देकर की थी 9 करोड़ की ठगी, नोएडा पुलिस ने गैंग के 2 लोगों को किया गिरफ्तार

ट्रेडिंग से पैसे कमाने का लालच देकर की थी 9 करोड़ की ठगी, नोएडा पुलिस ने गैंग के 2 लोगों को किया गिरफ्तार

नोएडा पुलिस ने ट्रेडिंग के नाम पर 9 करोड़ की ठगी करने वाले गैंग के 2 लोगों को गिरफ्तार किया है।

आरोपी सैम और सुशील कुमार- India TV Hindi Image Source : INDIA TV आरोपी सैम और सुशील कुमार

नोएडा पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने दो शातिर साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि आरोपी लोगों को व्हाट्सएप ग्रुप में ऐड करके शेयर ट्रेडिंग में मुनाफे के नाम ठगी करने का काम करता था। आरोपी ने कुछ दिन पहले नोएडा सेक्टर-40 के एक शख्स से 9 करोड़ की धोखाधड़ी की थी, इसके बाद पीड़ित शख्स ने साइबर क्राइम थाना सेक्टर-36 में शिकायत दर्ज कराई, जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 2 लोगों को गिरफ्तार किया है।

9 करोड़ रुपये की ठगी

थाना साइबर क्राइम पुलिस ने बताया कि व्हाट्सएप ग्रुप में ऐड करके शेयर ट्रेडिंग में मुनाफे के नाम पर लगभग 9 करोड़ रुपयों की ठगी करने वाले गैंग के दो साइबर अपराधी गिरफ्तार किए गए हैं। पहली गिरफ्तारी अकरम उर्फ सैम उर्फ लौकी की हुई है, सैम के बाद सुशील कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है। दोनों की गिरफ्तारी ग्रेटर नोएडा में सूरजपुर कासना रोड पर रेलवे पुल के नीचे से की गई है। पुलिस ने बताया कि सैम ने ठगी में सुशील कुमार के बैंक अकाउंट का इस्तेमाल किया था।

नोएडा के रहने वाले ने की थी शिकायत

पुलिस ने बताया कि 31 मई पीड़ित ने स्वयं के साथ साइबर ठगी होने की शिकायत थाना साइबर क्राइम में अज्ञात के विरुद्ध दर्ज कराई। जिसमें बताया गया कि अभियुक्तों ने पीड़ित से व्हाट्सएप ग्रुप में ऐड करके शेयर ट्रैडिंग मे मुनाफे के नाम पर लगभग 09 करोड़ रुपयों की ठगी की गई। पुलिस ने इसके बाद अपनी जांच शुरू की, जांच में पुलिस को पता चला कि जिस खाते पर रकम मंगाई गई वो सुशील कुमार के नाम पर है।

1.64 करोड़ रुपये बरामद

पुलिस ने बताया कि अकरम उर्फ सैम उर्फ लौकी के पिता का नाम मुख्तयार अहमद है, ये बरेली के रिछौला का निवासी है। इसकी उम्र 28 साल है, इसने ही सुशील कुमार का बैंक अकाउंट इस्तेमाल किया। वहीं, सुशील की उम्र 45 साल है और वह भी बरेली के मुंशीनगर का रहने वाला है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों से चैक बुक, चैक, पासबुक, क्यू आर कोड (आईसीआईसीआई बैंक), आधार क्यू आर कोड, मोबाइल फोन, टैबलेट, लैपटॉप, जीएसटी फार्म, एस0ई0 इन्वेस्टमेन्ट आवेदन की कॉपी बरामद की है। साथ ही आरोपियों के पास 1.64 करोड़ रुपये भी बरामद किए गए हैं। वहीं, 6.99 लाख रुपये की क्रिप्टो करेन्सी भी फ्रीज की गई है।

आरोपी सैम ने दी ये जानकारी

पुलिस ने आगे कहा कि अकरम उर्फ सैम उर्फ लौकी ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसने ऑनलाइन जॉब सर्च करना शुरू किया तो उसका सम्पर्क शान से हुआ, जो उसे व्हाट्सएप के माध्यम से वॉयस कॉल व चैट करता व सैम की कम्पनी पर आता-जाता रहता था। सैम इसके साथ सिलाई कढ़ाई का व्यापार भी करता था और तभी इसकी पहचान सुशील श्रीवास्तव से हुई। शान ने सैम से कहा कि अपना बैंक खाता मुझे दे दो उसमें कुछ गैमिंग प्लेटफार्म का पैसा आयेगा, जिसका 1 प्रतिशत तुम्हें मिलेगा। तब सैम ने बैंक खाते की यूजरआईडी पासवर्ड/लॉगिन आईडी पासवर्ड सुशील से लेकर शान को दिए। सैम ने ही लेन-देन के दौरान आए सभी ओटीपी ऐप के माध्यम से शान को भेजे थे। शान से एक बैंक खाते के एवज में सैम को 2 लाख रुपये मिलते थे।

कमीशन के रूप में क्रिप्टोकरेन्सी

आगे पुलिस ने बताया कि ऐसे ही सैम को लाखों रुपये की क्रिप्टोकरेन्सी कमीशन के रूप में शान ने दिए हैं। यह कमीशन सैम को C98, KUCOIN APP, BINANCE APP, MEXC APP, TRUST WALLET, COIN DCX, BIT BNS, CRYPTO-COM आदि के माध्यम से मिला। सैम को वाट्सऐप पर एक ग्रुप CRYPTO TRADERS में एड टाइगर को USDT भेजकर 20,000 रुपये यूपीआई के माध्यम से मिले थे और उसने शान से भी USDT देकर 45,000 रुपये हासिल किये थे। शेष पैसे सैम के उपरोक्त वॉलेट में क्रिप्टो करेन्सी के रूप में बेलैंस है। पुलिस ने कहा कि अन्य की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। जांच में आए अकाउंट में विभिन्न राज्यो में NCRP PORTAL पर 26 शिकायत दर्ज पाई गई हैं।

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