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Hindi News उत्तर प्रदेश 'मोदी सरकार का साथ छोड़ें बिहार के सीएम नीतीश कुमार', जानिए क्यों अखिलेश यादव ने दी ये सलाह?

'मोदी सरकार का साथ छोड़ें बिहार के सीएम नीतीश कुमार', जानिए क्यों अखिलेश यादव ने दी ये सलाह?

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एनडीए से अलग होने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का राजनीतिक करियर जेपी आंदोलन से ही शुरू हुआ है।

अखिलेश यादव और नीतीश कुमार- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO अखिलेश यादव और नीतीश कुमार

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। अखिलेश यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से एनडीए से जनता दल (यूनाइटेड) के अलग होने की अपील की है। अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा नीत सरकार ने समाजवादी विचारक जयप्रकाश नारायण को श्रद्धांजलि देने से ‘समाजवादियों’ को रोक दिया है। नीतीश कुमार का राजनीतिक उदय जेपी के आंदोलन की देन है। 

गुरुवार रात JPNIC पहुंचे थे अखिलेश यादव

समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि अगर यह त्योहार का दिन न होता तो बांस के बैरिकेड भी ‘समाजवादियों’ को जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय केंद्र (JPNIC) में जाने से नहीं रोक पाते। अखिलेश यादव गुरुवार रात JPNIC पहुंचे थे।  तब अखिलेश यादव ने प्रवेश रोकने के लिए टिन की चादरों के पीछे मुख्य द्वार बंद करने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार की आलोचना की थी। 

उत्सव के दिन अधर्म कर रहे BJP के लोग

अखिलेश यादव ने कहा, 'बीजेपी के लोग विध्वंसक हैं। उन्हें कुछ भी अच्छा दो, वे उसे नष्ट कर देंगे। उन्होंने पहले भी हम समाजवादियों को रोका है। आज नवरात्र का नौवां दिन है, यह उत्सव का दिन है। उत्सव के दिन वे किस तरह का ‘अधर्म’ कर रहे हैं।' 

लकड़ी के ढ़ांचे समाजवादियों को न रोक पाते

उन्होंने आश्चर्य जताया कि यह किस तरह की साजिश है कि बीजेपी उत्सव (नवरात्र का नौवां दिन) मना रही है, लेकिन दूसरों को ऐसा करने की अनुमति नहीं दे रही है। अखिलेश यादव ने कहा, 'अगर यह उत्सव का दिन नहीं होता तो ये लकड़ी के ढांचे (बैरिकेड) समाजवादियों को नहीं रोक पाते।' उन्होंने आगे कहा कि बहुत सारे 'समाजवादी लोग' हैं जो सरकार का हिस्सा हैं। व्यवस्था को चलाने में शामिल हैं। 

नीतीश को मोदी सरकार से समर्थन वापस लेना चाहिए

इसके साथ ही अखिलेश यादव ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी समय-समय पर जयप्रकाश नारायण जी के बारे में बात करते रहते हैं। वास्तव में वे जेपी के आंदोलन से ही (एक राजनेता के रूप में) उभरे हैं। यह एक मौका है कि उन्हें उस सरकार से समर्थन वापस लेना चाहिए जो समाजवादियों को जयप्रकाश की जयंती पर उन्हें याद करने से रोक रही है। यादव ने कहा कि समाजवादियों ने जेपी को सम्मान दिया है और आगे भी देते रहेंगे। 

जयपप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण

बता दें कि नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए का हिस्सा है। सपा प्रमुख ने अपने आवास के बाहर एक वाहन पर जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। जहां सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ता सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए जेपी इंटरनेशनल सेंटर में उनके दौरे को रोकने के बाद एकत्र हुए थे। 

भाषा के इनपुट के साथ