हाथरसः यूपी के हाथरस में एक सत्संग के दौरान हुई भगदड़ में 121 लोगों की मौत के बाद कथावाचक नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा सुर्खियों में है। हादसे के बाद फरार कथावाचक नारायण साकार हरि को लेकर रोजाना नए-नए खुलासे हो रहे हैं। आगरा की शाहगंज थाना पुलिस नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा को पाखंड फैलाने के आरोप में जेल भेज चुकी है। शाहगंज थाने में नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के खिलाफ दर्ज हुए मामले के बारे में तत्कालीन थाना प्रभारी तेजवीर सिंह यादव ने कई खुलासे किए हैं। इंस्पेक्टर ने कहा कि भोले बाबा को पाखंड फैलाने के आरोप में साल 2000 में जेल भेजा गया था।
मृत लड़की को जिंदा करने का कर रहा था ढोंग
इंस्पेक्टर तेजवीर सिंह यादव ने बताया कि जब मैं सन 2000 में शाहगंज इंस्पेक्टर था तो केदार नगर मोहल्ले में भोला बाबा रहता था। एक 15-16 साल की लड़की की मौत हो गई थी तो ये उसको लेकर जगदीश पूरा में एक शमशान घाट पर लेकर बैठ गया था। बाबा के साथ 200 से 300 समर्थक थे। उन्होंने वहां टेंट लगा रखे थे। कह रहे थे कि ये मृत लड़की दूध पीयेगी और जिंदा हो जाएगी।
नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा समेत कई लोगों को भेजा गया था जेल
तेजवीर सिंह यादव ने कहा कि पुलिस ने बहुत समझाया लेकिन ये लोग माने नहीं और इनके समर्थक पुलिस पर ही पथराव करने लगे। इसके बाद नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा और उनके कई समर्थकों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। थाना शाहगंज में इनके ऊपर पाखंड फैलाने का मुकदमा दर्ज हुआ था और इनको जेल भेजा गया था। बाबा के साथ 5-6 से लोगों को भी जेल भेजा गया था। इन पर ऐसी शक्ति वाली कोई बात नहीं है।
121 लोगों की मौत का गुनहगार कौन
बता दें कि हाथरस में दो जुलाई को नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मच गई थी जिसमें 121 लोगों की जान चली गई थी। इनमें ज्यादातर महिलाएं थीं। कई लोग घायल भी हुए हैं जो अलग-अलग अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं। इस मामले की न्यायिक जांच हो रही है। हादसे के बाद से तथाकथित बाबा फरार है।
रिपोर्ट- रवि चौधरी