गौतमबुद्ध नगर में 'नन्हे परिंदे' अभियान, ओबीई परीक्षा में बच्चों के सफल होने पर मनाया गया जश्न
गौतमबुद्ध नगर में 'नन्हे परिंदे' अभियान चलाया जा रहा है। ये अभियान स्लम एरिया के बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के मकसद से शुरू किया गया है।
उत्तर प्रदेश: गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देशन में कमिश्ररेट गौतमबुद्ध नगर में स्लम एरिया के बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के मकसद से 'नन्हे परिंदे' अभियान चलाया जा रहा है। सत्र 2023-24 के लिए 'नन्हे परिंदे' के बच्चों की ओबीई परीक्षा (ओपन बुक एग्जामिनेशन) में सफल होने पर एसीपी-1 नोएडा प्रवीण कुमार सिंह ने थाना सेक्टर- 39 पर जश्न मनाया। एसीपी-1 नोएडा ने टीम 'नन्हे परिंदे' को शुभकामनाएं दीं और अपने जीवन में शिक्षा और शिक्षकों की भूमिका पर प्रकाश डाला।
बच्चों के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि कैसे अनुशासित और मेहनती होना जीवन में चमत्कार करता है। चेतना एनजीओ के प्रयासों को स्वीकार करते हुए उन्होंने एचसीएल फाउंडेशन और कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर पुलिस के समर्थन की भी सराहना की। इस दौरान बच्चों को पुलिस द्वारा जलपान कराया गया। एसीपी-1 नोएडा प्रवीण कुमार ने 35 बच्चों को ओबीई उत्तीर्ण प्रमाण पत्र और पानी की बोतलें उपहार के रूप में प्रदान कीं।
सत्र 2024-2025 में 'नन्हे परिंदे' टीम के प्रयास से करीब 198 बच्चों का स्कूलों में एडमिशन कराया गया है। वर्तमान में इस सस्था की ओर से करीब 2005 बच्चों को अलग-अलग शैक्षिक संस्थानों पर शिक्षा प्रदान की जा रही है। इसके अतिरिक्त बच्चों को एसीपी के मार्गदर्शन में पुलिस स्टेशन के बारे में जानकारी का अनूठा अवसर मिला। इस बातचीत ने न केवल उन्हें कानून प्रवर्तन की कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी दी, बल्कि उन्हें बड़े सपने देखने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में अनुशासन और जिम्मेदारी की भूमिका को समझने के लिए भी प्रेरित किया।
'नन्हे परिंदे' एचसीएल फाउंडेशन और नोएडा पुलिस का एक संयुक्त सहयोग है, जिसे चाइल्डहुड एन्हांसमेंट थ्रू ट्रेनिंग एंड एक्शन (चेतना) द्वारा कार्यान्वित किया गया है। 'नन्हे परिंदे' एचसीएल फाउंडेशन और गौतमबुद्धनगर पुलिस की एक संयुक्त पहल है, जिसके अंतर्गत स्लम एरिया के बच्चों को शिक्षा और पोषण प्रदान किया जाता है। यह उनकी अंतर्निहित प्रतिभा और कौशल का मार्गदर्शन और पोषण करने के लिए है, ताकि उनके पास जीवन की बेहतर गुणवत्ता हो और भविष्य में जिम्मेदार नागरिकों के रूप में राष्ट्र की बेहतरी में योगदान कर सकें।