VIDEO: विरोध के बाद भी यूपी के मदरसों में मुस्लिम छात्रों ने उत्साह से किया योग, मौलाना बोले- हमारे नबी ने भी...
यूपी के कई मान्यता प्राप्त और गैर मान्यता प्राप्त मदरसों में आज सुबह 6 बजे से बूंदाबांदी के बीच छात्र-छात्राओं ने मदरसा परिसर में योगाभ्यास करते हुए निरोग रहने की शपथ ली।
लखनऊ/मुजफ्फरनगर: आज पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। स्कूल कॉलेज के साथ-साथ मदरसों में भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर तैयारियां की गई। सुबह 6 बजे मदरसों में नमाज के बाद मदरसा संचालकों के साथ-साथ यहां दीनी तालीम पढ़ने वालों ने योग किया। राजधानी लखनऊ के दारुल उलूम वारसिया मदरसे में योग दिवस पर मदरसों के बच्चों ने योगाभ्यास किया। यूपी में 16513 मदरसे मान्यता प्राप्त है जिनमें 18 लाख बच्चे पढ़ते हैं। यूपी मदरसा बोर्ड ने इन अभी मदरसों में 21 जून को योगाभ्यास के आदेश दिए थे। यूपी अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष कुंवर बासित अली ने 900 मदरसों, दरगाहों में योग करवाया। इसके लिए 400 कार्यक्रम प्रमुख बनाए गए थे। मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों का कहना है कि योग अच्छी चीज है, इसे लेकर सियासत नहीं होनी चाहिए।
मुजफ्फरनगर में मुस्लिम छात्रों ने योग कर निरोग रहने की शपथ ली
उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड के आदेश के बाद राज्य के सभी जनपदों के साथ-साथ मुजफ्फरनगर में भी कई मान्यता प्राप्त मदरसों में योग की कक्षा लगाई गई। मदरसे में पढ़ने वाले छात्रों को योग कराया गया। मुजफ्फरनगर के सिविल लाइन क्षेत्र के सरवट स्थित महमूदिया मदरसे में सुबह 5 बजे की नमाज के बाद लगभग मदरसे में पढ़ने वाले 200 से ज्यादा छात्रों ने हल्की बूंदाबांदी के बीच योग कर निरोग रहने की शपथ ली।
बता दें कि 21 जून को पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत हुई हालांकि प्राचीन काल से ऋषि-मुनियों द्वारा स्वस्थ शरीर को चुस्त और दुरुस्त रखने के लिए योगाभ्यास किया जाता था। आज पूरी दुनिया में योग दिवस एक उत्सव की तरह मनाया जाता है जिसे सर्व धर्म समाज के लोग एक साथ खुले आसमान के नीचे शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए योग अभ्यास करते हैं। 2014 में जब पीएम मोदी द्वारा विश्व स्तर पर योग दिवस की शुरुआत की गई तो पूरी दुनिया ने योग दिवस को सराहा और इसे एक राष्ट्रीय उत्सव के रूप में मनाया जाने लगा।
हालांकि योग दिवस को लेकर विपक्षी पार्टियों और कई कट्टरवादी सोच रखने वाले लोगों ने इसका विरोध किया। तमाम विरोध के बावजूद दीनी तालीम देने वाले मदरसों में भी योगा दिवस को एक नई पहचान देते हुए मदरसे में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं और मदरसा संचालकों ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को मदरसों में लागू किया और प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी मदरसों में समय अनुसार छात्रों को योग कराया गया।
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मुजफ्फरनगर के कई मान्यता प्राप्त और गैर मान्यता प्राप्त मदरसों में आज सुबह 6 बजे से बूंदाबांदी के बीच छात्र-छात्राओं ने मदरसा परिसर में योगाभ्यास करते हुए निरोग रहने की शपथ ली। मदरसे में पढ़ने वाले छात्रों और मौलाना का कहना है कि मुस्लिम धर्म में तकरीबन 14 वर्ष पहले से ही शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग किया जाता रहा है और हमारे नबी ने भी शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा, आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को एक उत्सव के रूप में मना रहे हैं। प्रधानमंत्री की इस पहल को पूरी दुनिया में सराहा जा रहा है।
(लखनऊ से रुचि कुमार की रिपोर्ट, मुजफ्फरनगर से योगेश त्यागी की रिपोर्ट)