लखनऊ: मुख्तार या मोख्तार? वर्तनी में परिवर्तन के कारण जेल में बंद गैंगस्टर मुख्तार अंसारी के खिलाफ धोखाधड़ी और बेईमानी का एक और मामला दर्ज किया गया है। शुक्रवार की रात छापे के दौरान उसके बैरक से बरामद निजी दस्तावेजों के बाद मामला दर्ज किया गया है, जिसमें उसके नाम की जन्मतिथि और वर्तनी अलग-अलग थी। पुलिस ने बताया कि FIR बांदा के कोतवाली थाने में दर्ज की गई है। मुख्तार अंसारी पर बांदा में यह पहला और कुल 61वां मुकदमा है।
जन्मतिथि और नाम की स्पेलिंग में अंतर
जिलाधिकारी (DM) बांदा, दुर्गा शक्ति नागपाल और एसपी अभिनंदन ने पुलिस बल के साथ शुक्रवार की रात करीब 9 बजे जेल में छापा मारा था। कोतवाली के एसएचओ धर्मेंद्र सिंह ने बताया, ''तलाशी के दौरान मुख्तार अंसारी के बैरक से वोटर आईडी, आधार कार्ड, पैन कार्ड बरामद हुआ। इन दस्तावेजों में जन्मतिथि और नाम की स्पेलिंग में अंतर पाया गया।''
मतदाता पहचान पत्र में जन्मवर्ष 1959 दर्ज, पैन में 1963
सिंह ने कहा कि डीएम के आदेश पर कार्रवाई करते हुए बरामद दस्तावेजों की जांच पुलिस को सौंप दी गई है। उन्होंने कहा, हमने एक जांच की और पाया कि मतदाता पहचान पत्र में उनकी जन्म तिथि 1959 थी, जबकि आधार और पैन कार्ड पर उनकी जन्म तिथि 1963 बताई गई थी। साथ ही, आधार और मतदाता पहचान पत्र में उसका नाम मुख्तार के रूप में उल्लेखित है, लेकिन पैन कार्ड यह मोख्तार है। बांदा के एसपी अभिनंदन ने बताया कि मुख्तार अंसारी और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
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उधर, जेल में चौकसी बढ़ा दी गई है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि सीसीटीवी कैमरों से बंदियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। बांदा जेल में बंद मुख्तार के खिलाफ अब 61 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि उसकी 575 करोड़ रुपये की संपत्ति और अपराध के माध्यम से अर्जित संपत्ति को जब्त किया गया है।